सनद रहे: इंडियन नेशनल काँग्रेस ... पार्टी का नाम है ...!   

सनद रहे: इंडियन नेशनल काँग्रेस ... पार्टी का नाम है ...!   

उज्जैन। विधानसभा चुनाव 2023 लडने जा रहे प्रत्याशी। नामांकन दाखिल करने से पहले ध्यान रखे। उनकी पार्टी का नाम इंडियन नेशनल काँग्रेस है, ना कि ... भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस ...! यह चर्चा आज प्रशासनिक संकुल के गलियारों में सुनाई दी। उस वक्त, जब उत्तर प्रत्याशी बगैर नामांकन दाखिल किये वापस लौंटी। जबकि दक्षिण प्रत्याशी वादा करने के बाद भी प्रशासनिक संकुल नहीं पहुंचे। दोनों प्रत्याशी अब आज अपना-अपना नामांकन दाखिल करेंगे। तभी तो हम लिखने पर मजबूर है कि ... सनद रहे: इंडियन नेशनल काँग्रेस ... पार्टी का नाम है ...!

भोजन शुरू करते ही, पहले ही कौर में कंकर आ गया। आज संकुल के गलियारों में यही सुनाई दिया। इशारा ... उत्तर-दक्षिण प्रत्याशी के नामांकन दाखिल करने के माहौल की तरफ था। दक्षिण प्रत्याशी चेतन यादव तो इंतजार करने के बाद भी नहीं पहुंचे। उत्तर प्रत्याशी श्रीमती माया त्रिवेदी जरूर पहुंची। किन्तु उनके नामांकन में गलतियां थी। नतीजा ... वह शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने का वादा करके वापस  लौट गई।

भाराकाँ ....

शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने आ रहे अभ्यर्थियों से आग्रह है। वह अपना नामांकन भरते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे। उनको इंडियन नेशनल काँग्रेस पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस (भाराकाँ) ने नहीं। यह चर्चा आज संकुल के गलियारों में दबी जुबान से सुनाई दी। इसीलिए अभ्यर्थियों से आग्रह है कि वह नामांकन में इंडियन नेशनल काँग्रेस लिखे। अंदरखाने की खबर है। अभ्यर्थी ... नामांकन में अपनी पार्टी का नाम भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस लिख रहे है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव 2018 के प्रारूप को डाउनलोड करके नामांकन दाखिल करने आ रहे है। गुरूवार को उत्तर प्रत्याशी माया त्रिवेदी, पुराने प्रारूप में नामांकन दाखिल करने पहुंची थी। जबकि चुनाव आयोग ने नया प्रारूप जारी किया है। यही वजह रही कि ... श्रीमती त्रिवेदी गुरूवार को अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाई। ऐसी चर्चा संकुल के गलियारों में सुनाई दी।

दिन भर छकाया ...  

लोकायुक्त पुलिस ने जिस ग्रामीण विस्तार अधिकारी उद्यानिकी विभाग को रंगे हाथों पकडा है। 20 हजार की रिश्वत लेते। वह शैतानसिंह निनामा अधिकारी पूरे दिन से टीम को छका रहा था। टीम सुबह 10 बजे ही बडऩगर पहुंच गई थी। किन्तु अधिकारी, दूरभाष पर फरियादी को टरकाते रहे। बडऩगर से उज्जैन आ गये। ताज्जुब की बात यह है कि ... रिश्वत की राशि उन्होंने ठीक लोकायुक्त कार्यालय के सामने अपने वाहन में बैठकर ली। शायद यही सोचा होगा। चिराग तले अंधेरा होता है। यहां कोई देखने वाला नहीं है। पकड़े भी नहीं जायेंगे। किन्तु डीएसपी सुनील तालान, राजेश पाठक सक्रिय थे। उन्होंने लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को सूचना कर दी थी। जिसके बाद निरीक्षक दीपक शेजवार सक्रिय हो गये। इस बीच बडऩगर की टीम भी आ गई। नतीजा ... लोकायुक्त कार्यालय के ठीक सामने ही 20 हजार की रिश्वत लेते श्री निनामा धरा गये।