3 एमआईसी सदस्य और 1 उपयंत्री निशाने पर ...!

3 एमआईसी सदस्य और 1 उपयंत्री निशाने पर ...!

उज्जैन। नगर निगम के गलियारों में यह चर्चा सुनाई दे रही है। महापौर मंत्रिमंडल में जल्दी ही नये चेहरों को जगह मिलेगी। कम से कम 3 चेहरों को घर बैठाने की तैयारी है। इसके अलावा 1 उपयंत्री पर भी गाज गिरेगी। इस उपयंत्री के खिलाफ जल्दी ही कार्रवाई हो सकती है। जिसके चलते निगम के भरोसेमंद सूत्र पुष्टि कर रहे है कि ... 3 एमआईसी सदस्य और 1 उपयंत्री निशाने पर है।

महापौर मुकेश टटवाल के मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। भाजपा संगठन से लेकर नगर निगम के सूत्र इस तरफ इशारा कर रहे है। जिन 3 एमआईसी सदस्यों पर संगठन की नजरें हैं। यह वही पार्षदगण है। जिन्होंने अपनी कार्यप्रणाली से हमेशा नगर विकास के कामों में अडचने पैदा की है। यह तीनों आज भी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे है। इन तीनों सदस्यों को लेकर यह चर्चा निगम के गलियारों में आम है कि ... अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में, अकसर विकास के कामों में अंडगा पैदा करते है और ताज्जुब की बात यह है कि महापौर भी सबकुछ जानते हुए चुप रहते है।

वरदहस्त ...

सूत्रों का यह भी कहना है। इन तीनों सदस्यों को अपने महापौर का वरदहस्त है। अकसर, महापौर इनकी साइड लेते हुए अपनी केबिनेट बैठक में नजर आते है। अधिकारीगण, बेचारे अपनी हद पहचानते है। इसलिए सबकुछ जानकर भी चुप रहते है। मगर अब वक्त बदल चुका है। उज्जैन अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृहनगर है। जहां पर हर व्यवस्था सही रखना अधिकारियों का दायित्व हैचिराग तले अंधेरा... वाली कहावत मुख्यमंत्री को मंजूर नहीं है। संभवत: इसीलिए विकास में अडचने पैदा करने वालो को घर बैठाने की तैयारी अंदर ही अंदर चल रही है। कयास लगाये जा रहे है कि इस महीने के अंत तक महापौर मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है।

जुगाड ...

एक तरफ जहां 3 एमआईसी सदस्यों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ 1 उपयंत्री जुगाड में लगे है। नगर निगम से कार्यमुक्त होने के लिए। इनका तबादला बहुत पहले हो चुका था। मगर अपनी 2 नंबरी कमाई के चक्कर में यहीं रूके रहे। मगर पिछले दिनों डीजल कांड उजागर हो गया। जिसके बाद जुगाड में लगे है। कार्यमुक्त होने के लिए। किन्तु इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होना तय है। ऐसा सूत्रों का कहना है। इसलिए निगम के गलियारों में यह चर्चा है। इनको कार्यमुक्त करने से पहले दंड जरूर मिलेगा।