फर्जी शिकायतों पर होगी कार्रवाई: मुख्यमंत्री को बधाई ...

फर्जी शिकायतों पर होगी कार्रवाई: मुख्यमंत्री को बधाई ...

उज्जैन। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार की दोपहर वह कदम उठा लिया। जिसका अफसरों- कर्मचारियों व आमजनता को लंबे समय से इंतजार था। जब मुख्यमंत्री ने साफ-साफ लफ्जों में कह दिया। जानबूझकर झूठी शिकायत करने वाले और सीएम हेल्पलाइन का दुरूपयोग करने वालों पर भी अब कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से खुशी की लहर है। कारण ... सीएम हेल्पलाइन लंबे समय से उगरानी करने का माध्यम बन गई थी। जिस पर पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर कार्रवाई की बात कही है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज आमजनता अफसरों और कर्मचारियों को खुश कर दिया। वह अचानक ही सीएम हेल्पलाइन सेंटर (स्मार्ट सिटी कार्यालय) पहुंच गये। उन्होंने 2 फरियादियों से चर्चा भी की। शिकायत का सच पता करने के लिए। फिर तत्काल मदद भी की। 1 लाख की राशि मुख्यमंत्री अनुदान से दी। जबकि छात्रवृत्ति प्रदान करने का वादा किया। जिसके बाद वह मीडिया से बतिया रहे थे। तब उन्होंने सीएम हेल्पलाइन के दुरूपयोग को लेकर कार्रवाई करने की बात कही। (देखे वीडियों)

सूची बनी थी ...

मुख्यमंत्री ने जो हेल्पलाइन के दुरूपयोग की बात कही। यह बिलकुल सच है। इससे यह साबित होता है। उनको इस बात की जानकारी है। सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से अफसर-कर्मचारी व आमजनता ब्लैकमेल के शिकार हुए हैं। जिसके कई प्रमाण है। तभी तो तत्कालीन कलेक्टर उज्जैन आशीषसिंह व एडीएम संतोष टैगोर ने एक सूची तैयार करवाई थी। जिसमें उन लोगों के नाम थे। जिन्होंने लगातार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें की थी। यह उस वक्त की बात है, जब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान थे। इस सूची में शहर के कई ऐसे नाम सामने आये थे। जिनका मकसद केवल और केवल अफसर-कर्मचारी और आमजनता को अपने निजहित के चलते परेशान करना था। जिसे सीधी भाषा में ब्लैकमेल ही कहते है।

चूक ...

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के काफिले में आज बड़ी चूक हो गई। उस वक्त, जब उनका काफिला सर्किट हाऊस से मेला कार्यालय के लिए निकला था। उनका वाहन तो निकल गया था। पीछे पूरा कारकेट था। अचानक गलत साइड से एक वाहन घुस गया। कारकेट में शामिल होने के लिए। जिसके चलते पीछे आ रही गाडियों को अचानक ब्रेक लगाने पड़े। घटनास्थल सर्किटहाऊस से कोठीमहल की  तरफ आने वाले रास्ते पर हुआ। घटना का समय 11:50 से 12 के बीच का है। ताज्जुब की बात यह है कि उक्त वाहन कारकेट में घुस गया और मेला कार्यालय तक पीछे-पीछे आया। ऐसा हमारे भरोसेमंद सूत्रों का कहना है।