भोजन करना बंद करो, पहले भाषण सुनो ...!

भोजन करना बंद करो, पहले भाषण सुनो ...!

उज्जैनबैठक- भोजन और विश्राम। यह नारा अकसर बातचीत में भाजपाई खुद बोलते है। बैठक के बाद भोजन, भाजपाईयों का पहला ठिकाना होता है। इसीलिए तो आज भोजन को देखकर भाजपा कार्यकर्ता शुरू हो गये। इधर कार्यक्रम चल ही रहा था। जिसके चलते तत्काल ही भोजन करते हुए कार्यकर्ताओं को रोका गया। नतीजा ... कार्यक्रम के दौरान ही कार्यकर्ता यह बोलते नजर आये कि ... भोजन करना बंद करो: पहले भाषण सुनो ...!

आज उज्जैन विकास प्राधिकरण के नवनियुक्त अध्यक्ष श्याम बसंल ने पदभार संभाल लिया। जिस भव्य तरीके से नियुक्ति होने पर उनका स्वागत हुआ था। उसी तरह का माहौल आज पदभार ग्रहण समारोह में था। उविप्रा के इस कार्यक्रम में सभी वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद थे। भाजपा कार्यकर्ता भी सुबह 11 बजे से आ गये थे। मगर, मंचासीन अतिथियों का लंबा-लंबा भाषण सुनकर, इनके पेट में चूहे कूदने लगे। भोजन का भी समय हो चुका था। लेकिन भाषण खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे थे। नतीजा ... कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही कार्यकर्ताओं ने पार्टी के चर्चित स्लोगन ... बैठक-भोजन-विश्राम को याद करके भोजन करना शुरू कर दिया।

अभी बंद करो ...

शपथ विधि समारोह में यह घटना क्यों हुई। इस सवाल पर भाजपाईयों का कहना है। इतने अतिथियों का भाषण सुनकर सब्र टूट गया। क्योंकि ... कार्यकर्ता सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्रों से आ गये थे। इधर एक के बाद एक भाजपा नेता का लंबा-लंबा भाषण और उधर भूखे कार्यकर्ता। नतीजा भोजन करना शुरू कर दिया। इस बीच मंच पर मौजूद अतिथियों को पता चल गया अचानक ही सामने बैठे कार्यकर्ता उठकर जाने लगे थे। इसलिए तत्काल भाजपा के एक महामंत्री को भोजन स्थल पर भेजा गया। जिन्होंने भोजन व्यवस्था संचालक को फटकार लगा दी। उनका कहना था कि ... उधर भाषण चल रहा है... इधर भोजन शुरू हो गया। तत्काल इसको रोको। जिस दौरान यह घटना घटी। उस वक्त उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव का उद्बोधन चल रहा था। जिसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता का उद्बोधन हुआ। जिसके बाद ही बचे हुए भाजपा कार्यकर्ताओं को भोजन नसीब हुआ ऐसा प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है।