चेतावनी ...
यह भीड़ अगर वोट में तब्दील हो गई तो ...?
उज्जैन। महापौर कौन बनेगा? जनता किसे चुनेगी? छत्रपति शिवाजी भवन पर किसका कब्जा होगा? भाजपा या कांग्रेस? इसका जवाब तो शहर की जनता ही देगी। मगर आज पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष की आमसभा में आई भीड़ ने सवाल जरूर खड़ा कर दिया है। क्योंकि उसी स्थान पर पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री की आमसभा हुई थी। जहां पर खाली कुर्सियां नजर आई थी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का आज आगमन हुआ था। सुबह 10 बजे हेलीपेड पर महापौर प्रत्याशी महेश परमार, नूरीखान, रवि भदौरिया, रवि शुक्ला, संचित शर्मा, कमल पटेल, प्रतापसिंह गुर, दिनेश जैन बोस आदि ने उनका स्वागत किया। प्रदेश अध्यक्ष के साथ राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा भी आये थे। हेलीपेड से सीधे काफिला महाकाल मंदिर के लिए रवाना हो गया। जहां पर प्रदेश अध्यक्ष ने बाबा के दरबार में पूजा की। विदित रहे कि श्री नाथ कांग्रेस के समर्थन में आमसभा करने आये थे।
उत्साह ...
शहीद पार्क पर हुई आमसभा के लिए विशेष डोम बनाया गया था। ताकि बारिश के कारण आमसभा प्रभावित ना हो। दोपहर में आमसभा के पहले जरूर कांग्रेसी नजर नहीं आ रहे थे। मगर धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती गई। कांग्रेसियों में उत्साह की लहर का प्रमाण यह फोटो है। कांग्रेसियों ने तपती धूप में भी अपने नेता का भाषण सुना। जिन्दाबाद के नारे लगाये। कांग्रेसियों के बीच उत्साह की इस लहर और भीड़ ने भाजपा में अंदर ही अंदर खलबली मचा दी है।
चिंता ...
कांग्रेसियों में उत्साह की लहर, भाजपा के लिए चेतावनी हो सकती है। ऐसा खुद भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता दबी जुबान से बोल रहे है। उदाहरण भी दे रहे है। पिछले सप्ताह इसी शहीद पार्क पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की आमसभा थी। मगर तब भाजपा कार्यकर्ताओं में इतना उत्साह देखने को नहीं मिला। बल्कि नाराजगी नजर आई थी। नतीजा ... जमीनी कार्यकर्ता गायब थे। हालांकि हल्की-हल्की बारिश भी हुई थी। मगर बारिश से ज्यादा नाराजगी थी। तभी तो कुर्सियां खाली-खाली नजर आई थी।
नाराजगी ...
यह बात सर्वविदित है कि भाजपा में इस दफा असंतोष के स्वर ज्यादा मुखर है। इसकी वजह पार्षद टिकिट वितरण है। उत्तर और दक्षिण ने अपना-अपना वर्चस्व दिखाकर अपने-अपने पार्षद को टिकिट दिलवा दिया। सांसद समर्थकों को टिकिट देकर, 24 घंटे के अंदर ही परिवर्तन भी करवा दिया। कई जमीनी कार्यकर्ता टिकिट के हकदार थे। उनको दरकिनार कर दिया गया। नतीजा भाजपा के कट्टर कार्यकर्ता इन दिनों नाराज है। इधर जिनको टिकिट मिल गया। वह खुद अपनी जीत के लिए जूझ रहे है। ऐसे में भाजपा पार्षद प्रत्याशी, महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल के लिए कैसे वोट डलवायेंगे? जब खुद उनको ही अपने-अपने अस्तित्व को बचाने के लिए जूझना पड़ रहा है। भाजपा के कई वरिष्ठ नेता इस सच से वाकिफ है और दबी जुबान में टिकिट वितरण से उपजे असंतोष पर सवाल उठा रहे है।
पॉवर ...
पद का पॉवर खुद बोलता है। अगर भरोसा नहीं है। तो इस तस्वीर को ध्यान से देखिए। जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया का, सुरक्षाकर्मी पर एक्शन ही साबित कर रहा है। इन दिनों वह पॉवर में है। उनसे उलझने की भूल कतई नहीं की जाये।
आमसभा आज ...
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पिछले सप्ताह ही आये थे। आज एक बार फिर वह उज्जैन आ रहे है। दोपहर सवा 2 बजे करीब वह हेलीपेड पर उतरेंगे। जिसके बाद वह किशनपुरा, दालमिल चौराहा, गणेशपुरा, दानीगेट और जयसिंहपुरा में आमसभा लेंगे।