पहले प्रदूषण को हडकाया, फिर एक फूल पसंद आया

पहले प्रदूषण को हडकाया, फिर एक फूल पसंद आया

उज्जैन। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के सदस्य बुधवार को उज्जैन आये थे। जिला प्रशासन हाई-अर्लट पर था। ग्रीन ट्रिब्यूनल के सदस्य सूरत से भले ही सहज-सरल नजर आते थे। लेकिन उनकी कार्यशैली चौकाने वाली थी। तभी तो उन्होंने पहले प्रदूषण विभाग को हडकाया और फिर महाकाल लोक निरीक्षण में उनको एक फूल पसंद आया।

अफरोज अहमद, ग्रीन ट्रिब्यूनल सदस्य के चेहरे को देखकर कोई भी धोखा खा सकता है। सादगी की मिसाल है। लेकिन विषय पर गहरी पकड़ है। तभी तो उन्होंने बैठक में प्रदूषण विभाग के मुखिया की फाइल निपटा दी। उन्होंने केवल यह बोला कि ... किताबी बाते मत करो... प्रेक्टिकल बाते करो उनकी इस टिप्पणी को लेकर कयास लगाये जा रहे है। जल्दी ही नागदा में कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है। खासकर, नदी में एसिड डालने के मामले को लेकर। क्योंकि यह सर्वविदित है कि ... प्रदूषण विभाग अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में अपने दायित्व का सही ढंग से पालन नहीं कर रहा है।

कितने प्रतिशत ...

बैठक में डीएफओ को भी उन्होंने व्यंग्यात्मक  लहजे में जवाब दिया। उनका सवाल था। जिले में वन क्षेत्र कितने प्रतिशत हैजवाब मिला कि मात्र 1 प्रतिशत। इस पर उन्होंने सही आंकड़ा पूछा। तब जवाब आया। 0.69 प्रतिशत। यह जवाब सुनकर उन्होंने व्यंग्य किया। इसको जीरो प्रतिशत कर दो। श्री अहमद ने जिले के अस्पताल में कितने बेड है। यह सवाल भी किया। लेकिन सीएमएचओ अवकाश पर थे। प्रभारी सीएमएचओ सही जवाब नहीं दे पाये।

अनुकूल

घूमाते रहते हो ...

ग्रीन ट्रिब्यूनल सदस्य अफरोज अहमद ने, एडीएम अनुकूल जैन को देखकर यह भी कहा। हमेशा घुमाते रहते हो। उनका आशय प्रोटोकॉल व्यवस्था से जुड़ा थामंदिर आदि दर्शन कराने को लेकर। जिसे सुनकर एडीएम श्री जैन, मुस्कुराकर चुप रह गये।

अहमद

आपका धन्यवाद ...

सहज और सरल श्री अहमद जब बैठक खत्म करके जा रहे थे। तो उनको बिदा करने कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम और निगम आयुक्त रौशनसिंह साथ में आये थे। अपने वाहन में बैठने के पहले अफरोज अहमद ने दोनों अधिकारियों को धन्यवाद दिया और वाहन रवाना होने से पहले हाथ जोड़कर नमस्कार किया।

तलाश में लग गये ...

बैठक से निकलकर अफरोज अहमद महाकाल लोक देखने पहुंचे। यहां पर हरियाली के बीच उन्हे एक लाल कलर का फूल पसंद आ गया। जिसे देखकर उन्होंने उसका नाम पूछा उनके यह सवाल करते ही प्रशासन, गूगल पर उस फूल का नाम खोजने में जुट गया।