इस्तीफा 'पद' से दीजिए: वरना डराना 'बंद' कीजिए ... !
लोकशक्ति के गलियारों में चर्चा
उज्जैन। नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में फैली बगावत भाजपा मुख्यालय लोकशक्ति तक पहुंच गई है। बुधवार की शाम को 16 पार्षद पहुंचे। जिलाध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा। भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से। जिसके बाद लोकशक्ति कार्यालय पर यह चर्चा सुनाई दी। इस्तीफा 'पद' से दीजिए: वरना डराना 'बंद' कीजिए ... !
मिशन-2023 को लेकर पहली दफा जिले में खुलकर बगावत नजर आई है। नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में। कारण ... दिलीप शेखावत की जगह पार्टी ने डॉ. तेजबहादुर सिंह चौहान को प्रत्याशी बना दिया। बस ... शेखावत समर्थक खुलकर मैदान में आ गये है। इसी कड़ी में बुधवार को लोकशक्ति कार्यालय पहुंचे। 16 पार्षदों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। जिलाध्यक्ष ग्रामीण बहादुर सिंह बोरमुंडला को हस्ताक्षरयुक्त इस्तीफा सौंपा। इसके पहले 2 घंटे तक बातचीत चलती रही। नतीजा शून्य निकला। जिसके बाद सभी पार्षदों की भावनाओं से प्रदेश हाईकमान को अवगत करा दिया गया है। ऐसा जिलाध्यक्ष का कहना है।
चुभता सवाल ...
लोकशक्ति कार्यालय पर हुई इस घटना के बाद भाजपाई खुद सवाल उठा रहे है। चुभता हुआ सवाल। शेखावत समर्थकों से। सवाल सीधा और साफ है। अगर इस्तीफा देना है तो पार्टी की सदस्यता से क्यों ? पार्षद पद से इस्तीफा दीजिए। ताकि पार्टी को एहसास हो। वाकई कट्टर समर्थक है। दोनों हाथ में लड्डू लेना छोडिए... पार्टी को डराना बंद कीजिए... ! क्योंकि ... पार्टी प्रत्याशी नहीं बदलने वाली है।
अंदाज ...
एक तरफ जहां पूर्व विधायक दिलीप शेखावत के समर्थक बगावत पर उतारू है। खुलकर सामने आ गये है। वही घोषित प्रत्याशी डॉ. चौहान का अपना अंदाज है। जो उन्होंने सोशल मीडिया पर 31 अगस्त को अपलोड किया था। (देखे तस्वीर) उस वक्त तक भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की थी। लेकिन मीडिया ने दिलीप शेखावत को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। मीडिया की खबर पढ़कर डॉ. चौहान ने पार्टी हित को सर्वोपरि रखकर यह पोस्ट अपलोड की थी। जिसमें उन्होंने दिलीप शेखावत को बधाई दी थी।