आजकल ना जाने किस कश्मकश में हैं मुंसिफ ... !   

आजकल ना जाने किस कश्मकश में हैं मुंसिफ ... !   

उज्जैन। मशहूर शायर डॉ. नवाज देवबंदी का एक शेर इन दिनों चर्चाओं में है। संकुल के गलियारों से लेकर शिवाजी भवन तक। जिसमें इशारा दुष्कर्म के आरोपी का घर नहीं तोडऩे की तरफ है। प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाये जा रहे है। रोज फैसला होता है और फिर जब अमल करने का मौका आता है। तो 2 कदम आगे- 4 कदम पीछे की तर्ज पर प्रशासन कार्रवाई टाल देता है। तभी तो यह बोला जा रहा है। आजकल ना जाने किस कश्मकश में हैं मुंसिफ / बहस रोज सुनते है फैसला नहीं देते ... !

पिछले दिनों मासूम बालिका के साथ हुए दुष्कर्म कांड पर पुलिस ने तो उज्जैन की लाज रख ली। 72 घंटे के अंदर मुलजिम भरत सोनी को पकड़कर सलाखों के पीछे भेज दिया। अखिल भारतीय स्तर पर वाही-वाही लूट ली। सबूत भी एकत्रित कर लिए। जघन्य अपराध की सजा भी गंभीरतम मिलेगी। यह पुलिस की कार्यशैली से लग रहा है। किन्तु उसके बाद अपराधी के मकान को तोडऩे का मुद्दा उछल गया। मकान भी सरकारी जमीन पर बना है। अतिक्रमण करके टीन शेड का मकान बना लिया है। जिसको हटाने को लेकर पिछले 4 दिनों से आजकल-आजकल वाली शैली अपनाई जा रही है।

फैसला बनाम अमल ...

प्रशासन द्वारा अपराधी के मकान को तोडऩे की तैयारी पिछले 4-5 दिनों से चल रही है। अंदरखाने की खबर है कि ... 3 दिन पहले भी नगर पालिका निगम ने पूरी तैयारी कर ली थी। बस ... संकुल के इशारे का इंतजार था। फिर अचानक सबकुछ शांत हो गया।  3 अक्टूबर को फिर यह मामला गर्माया। इशारा दिया गया कि 4 अक्टूबर को आरोपी के मकान पर बुलडोजर चलेगा। जिसके चलते मीडिया ने खबर भी ब्रेक कर दी। इसके कुछ देर बाद ही प्रशासन ने फिर पीछे कदम खीच लिए। अब बुलडोजर 4 अक्टूबर के बदले 6 अक्टूबर को चलेगा। कारण ... 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आ रहे है। महाकाल लोक फेज-2 के कामों का लोकापर्ण करने। उनके जाने के बाद मकान तोडऩे की कार्रवाई होगी। नतीजा ... डॉ. नवाज देवबंदी के शेर को थोडा फेरबदल करके सुनाया जा रहा हैआजकल ना जाने किस कश्मकश में हैं मुंसिफ / फैसला रोज देते है पर अमल नहीं करते ... ! (देखे मकान का वीडियो)