एसडीएम के नोटिस पर सीईओ की चुप्पी ...!

मामला सरकारी जमीन पर अवैध उत्खन्न का.....!

एसडीएम के नोटिस पर सीईओ की चुप्पी ...!

उज्जैन।ग्राम पंचायत निनौरा में हुए अवैध उत्खन्न कांड में जल्दी ही गाज गिर सकती है। सरपंच सचिव व रोजगार सहायक पर। इस तिकड़ी ने सरकारी जमीन पर अवैध उत्खन्न करवा दिया था। खनिज विभाग ने अपनी जांच पूरी कर ली है। इधर एसडीएम ग्रामीण ने जनपद सीईओ को नोटिस जारी किया था। जिसका जवाब देने के बदले सीईओ ने चुप्पी साध ली है। नतीजा यह तय माना जा रहा है कि जल्दी ही इस कांड में जुर्माना व एफआईआर होगी।

                                         फोटो- राकेश शर्मा

एसडीएम राकेश शर्मा ने 1 सप्ताह पहले  एक नोटिस जारी किया था। जनपद सीईओ हेमलता मंडलोई को। जिसमें 2 बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई थी। 1. पंचायत राज अधिनियम की किन धाराओं में राजस्व भूमि पर टीएस/ एएस जारी करने की अनुमति जनपद सीईओ / सरपंच व सचिव को है। बगैर कलेक्टर की अनुमति लिए कैसे उत्खन्न किया जा सकता है। 2. बिंदु क्र. 1 को लेकर अगर शासन द्वारा कोई पत्र जारी किया गया है तो उसकी प्रति उपलब्ध कराये। उक्त नोटिस भेजे 1 सप्ताह हो चुका है। लेकिन जनपद सीईओ ने बुधवार की दोपहर तक कोई जवाब एसडीएम को नहीं भेजा था। जबकि एसडीएम ने तत्काल जवाब मांगा था।

                                         फोटो- कलेक्टर

जुर्माना बनाम एफआईआर ...

कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम पहले ही स्पष्ट कर चुके है। अवैध उत्खन्न पर ठोस कार्रवाई होगी। इसीलिए उन्होंने 25 अप्रैल को प्रकाशित खबर ... सरकारी जमीन पर खुदाई... राजस्व की कैसे होगी भरपाई... पर एक्शन लिया था। प्रभारी जिला खनिज अधिकारी संजय सोलंकी को हटाकर, प्रभारी डिप्टी कलेक्टर धीरेन्द्र पाराशर को खनिज विभाग का दायित्व सौंप दिया था। इधर एसडीएम राकेश शर्मा को अभी तक नोटिस का जवाब नहीं मिला है। बुधवार को प्रभारी खनिज अधिकारी श्री पाराशर ने दूरभाष पर बताया कि ... जांच पूरी हो गई है। संयुक्त जांच समिति की रिपोर्ट मिल गई है। अगली कार्रवाई के लिए फाईल अपर कलेक्टर मृणाल मीना के पास भेज दी गई है। उन्होंने संकेत दिये कि अवैध उत्खन्न पर नियमानुसार जुर्माना लगेगा। इधर कलेक्टर पहले ही बोल चुके है कि ... जो-जो इस कांड में संलिप्त होंगे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जायेगी।

                                               फोटो..शिवराज सिंह
लक्ष्मी नही बहना...
बुधवार की रात को मुख्यमंत्री योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।प्रदेश के संभाग आयुक्त,आईजी,कलेक्टर और एसपी मौजूद थे।वीसी के जरिए समीक्षा हो रही थी।उज्जैन से इस बैठक में महिदपुर विधायक बहादुर सिंह भी शामिल थे।उनको जब मौका मिला तो उन्होंने अभी अभी शुरू हुई योजना लाड़ली बहना को लेकर तारीफ करना शुरू कर दिया।लेकिन बहना की जगह लाडली लक्ष्मी..लाडली लक्ष्मी योजना बोलने लगे।कुछ देर तक तो मुख्यमंत्री सुनते रहे।फिर उन्होंने रोकते हुए कहा कि..बहादुर ..लक्ष्मी नही बहना..! यह सुनते ही विधायक भी सिर हिलाने लगे। इसके पहले मुख्यमंत्री ने माइक व्यवस्था को लेकर असंतोष जताया। निवाड़ी दौरे में साउंड सिस्टम खराब था।जिसके कारण उनके गले में तकलीफ हुई।उन्होंने सभी को चेतावनी दी है कि उनके कार्यक्रम में माइक व्यवस्था सही होनी चाहिए।