'उपाध्यक्ष' के फोन से 'वार्डन' को धमकी देने वाला कौन ...?
उज्जैन। जिला पंचायत उपाध्यक्ष के दूरभाष से वार्डन को धमकी भरे अंदाज में फोन आया। सोमवार की दोपहर बाद। जिसमें सामने वाला अघोषित तरीके से धमकी दे रहा था। धमकी यह थी कि ... इस महिला को नौकरी पर रख लीजिए... वर्ना आप परेशान होंगी और मुझे 3 दिन इसी काम के लिए भिडऩा होगा।
सभी को पता है कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष शिवानी कुँवर सोलंकी है। जो कि शिक्षा समिति की अध्यक्ष है। आज उनके मो. नं. 94250-23003 से वार्डन को फोन आया। यह नम्बर टू-कॉलर पर उपाध्यक्ष शिवानी कुँवर का नाम दर्शा रहा था। वार्डन ने फोन उठाया। तो सामने वाले ने कहा कि ... जिला पंचायत से बोल रहा हूं। इस दीदी को काम पर रखना ही है। यह बहुत गरीब है। इनको नौकरी पर रख लीजिए।
यह काम बंद करें ...
जिला पंचायत उपाध्यक्ष के इस नम्बर से आये फोन पर बात करने वाले ने विनम्रता दिखाने की कोशिश तो की। लेकिन उनकी बातों में अघोषित धमकी भी नजर आई। तभी तो उन्होंने वार्डन को यह बोला। मुझे पता है। पद खाली है। घुमाने-फिराने का काम अधिकारी बंद कर दें। वर्ना मुझे 3 दिन इसके लिए भिडऩा होगा। प्लीज-प्लीज करके बोल रहा हूं। मुझे सब जानकारी है। मैं नहीं चाहता कि ज्यादा गहराई में जाऊं। आप भी परेशान होंगे। आप तो इन दीदी को रख लीजिए। जो भी कागजात चाहिये। आप ले लीजिए। यहां यह बात लिखना जरूरी है कि ... वार्डन ने शुरूआत में ही बोल दिया था कि ... पद खाली नहीं है। लेकिन अघोषित धमकी देने वाले ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। नतीजा ... वार्डन ... पूरे समय ... जी-जी बोलती रही। ऐसी चर्चा शिक्षा विभाग के गलियारों में सुनाई दे रही है।
अधूरी जानकारी ...
नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास की वार्डन पर दबाव बनाने वाले भले ही पूरी जानकारी होने का दावा कर रहे है। लेकिन उनको नये नियम की जानकारी नहीं है। नये नियम अनुसार अगर 100 से ऊपर छात्रावास में बालिका है। तो 2 सहायक रसोईया रखी जा सकती है। वर्तमान में इस छात्रावास में केवल 95 छात्राएं है। इसलिए नियमानुसार नई सहायक रसोईया नहीं रख सकते है। क्योंकि ... वेतन देने के लिए विभाग के पास बजट ही नहीं है। इधर सोमवार को आये इस फोन को लेकर शिक्षा विभाग के गलियारों में चर्चा है। फोन करने वाले उपाध्यक्ष पति थे। मगर यह केवल चर्चा है। इसकी पुष्टि हम चुप रहेंगे डॉट-कॉम नहीं करता है।