प्रभारी का प्रस्ताव गया, सहायक आयुक्त का जायेगा ...!

प्रभारी का प्रस्ताव गया, सहायक आयुक्त का जायेगा ...!

उज्जैन। नगर निगम के 2 अधिकारी जल्दी ही निलंबित होंगे। जिसमें से एक प्रभारी कार्यपालन यंत्री है। जिनके निलंबन का प्रस्ताव नगरीय प्रशासन विभाग को भेज दिया गया है। जबकि निगम की सहायक आयुक्त का प्रस्ताव फिलहाल अटका हुआ है। उनके निलंबन का प्रस्ताव भी तैयार है। बस ... उस पर हस्ताक्षर होते ही राजधानी भेज दिया जायेगा।

अनिल जैन

राजधानी और निगम के भरोसेमंद सूत्रों ने बताया है। उज्जैन निगमायुक्त रोशन सिंह ने प्रभारी कार्यपालन यंत्री अनिल जैन के निलंबन का प्रस्ताव भेज दिया है। प्रभारी कार्यपालन यंत्री पर आरोप है कि ... उन्होंने कम्पाउडिंग शुल्क वसूली के मामले में लापरवाही बरती है। आयुक्त नगर निगम ने उनको निर्देश दिये थे। 5 हजार स्केवयर फीट के मकानों की जांच करके नियमानुसार इनसे कम्पाउडिंग शुल्क वसूल किया जाये। लेकिन उनके द्वारा लापरवाही की गई। नतीजा उनके निलंबन का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।

कीर्ति चौहान

निशाने पर ...

एक तरफ जहां प्रभारी कार्यपालन यंत्री का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। वहीं सहायक आयुक्त कीर्ति चौहान निशाने पर है। उनके ऊपर संबल योजना के प्रकरण अटका कर रखने का आरोप साबित हो गया है। ऐसे करीब 100 से ऊपर मामले है। जिनमें लापरवाही साबित हो गई है। विदित रहे कि इस योजना के तहत घर के मुखिया की मौत होने पर 2 लाख की सहायता दी जाती है। सहायक आयुक्त ने लगभग 6 महीने से इन प्रकरणों को लंबित रखा था। जिसके चलते जांच हुई। वह दोषी पाई गई। इसलिए उनका निलंबन भी तय माना जा रहा है। बस ... निगमायुक्त के प्रस्ताव भेजने की देर है।

आर एस मंडलोई

100 पेज की रिपोर्ट ...

संबल योजना की जांच करने वाले अपर आयुक्त आरएस मंडलोई ने स्वीकार किया है। सहायक आयुक्त कीर्ति चौहान जांच में दोषी पाई गई है। उन्होंने प्रकरणों को लंबित रखा था। 100 पेज की रिपोर्ट निगमायुक्त को भेजी जा चुकी है। उन्होंने अभी तक कार्रवाई नहीं होने पर आश्चर्य जताया है।

रोशनसिंह

भेजना है...

इधर निगमायुक्त रोशनसिंह ने दूरभाष पर बताया। प्रभारी कार्यपालन यंत्री का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। सहायक आयुक्त कीर्ति चौहान के निलंबन का प्रस्ताव भी जल्दी ही शासन को भेज दिया जायेगा।