सिर्फ दिखावा करना मेरा मकसद नहीं/ सफाई पूरी तरह नजर आना चाहिये ...!

सिर्फ दिखावा करना मेरा मकसद नहीं/ सफाई पूरी तरह नजर आना चाहिये ...!

उज्जैन। शायर दुष्यंत कुमार ने लिखा थासिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं/ मेरी कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिये...! इसका नजारा आज सुबह 9 बजे विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल में देखने को मिला। जब कलेक्टर, अपर कलेक्टर, एसडीएम सहित पूरा सरकारी लवाजमा हाथों में झाडू लेकर उतरा। हालात यह थे कि हाथ ज्यादा थे और झाडू कम। 1 घंटे तक सफाई अभियान चला। जिसके बाद यह लिखना जरूरी है कि ... सिर्फ दिखावा करना मेरा मकसद नहीं/ सफाई पूरी तरह नजर आना चाहिये ...!

सफाई पखवाड़ा चल रहा है। हर सरकारी कार्यालय में सफाई अभियान हो रहा है। इस कड़ी में आज कलेक्टर ऑफिस का नंबर था। सुबह 8:45 पर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह आ गये। उसके पहले संकुल कार्यालय की रोजाना सफाई करवाने वाले सुरेश रायकवार और उनकी पूरी टीम हाजिर थी। जो सुबह 7 बजे से सफाई व्यवस्था में लगी थी। कलेक्टर के आगमन से पहले अपर कलेक्टर महेन्द्र कवचे, एसडीएम अर्थ जैन, एलएन गर्ग, सरिता लाल, जयेश मोरे सहित  कलेक्ट्रेट की हर शाखा का कर्मचारी भी मौजूद था।

दिखावा नहीं ...

आमतौर पर ऐसे अभियान केवल तस्वीर खिंचवाने तक सीमित रहते हैनेता/ अधिकारी झाडू पकड़कर 10 कदम चलकर थोड़ी सफाई करते हैं। फोटो खिचवाकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली जाती है। मगर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, मुहावरे की भाषा में ... अलग मिट्टी के बने है। इसीलिए तो वह ऐसी-ऐसी जगह जाकर सफाई कर रहे थे। जहां पर बाकी अधिकारी/ कर्मचारी नहीं पहुंचे। सफाई के लिए उन्होंने अपनी ड्रेस तक बदली। पहले पेंट-शर्ट पहनकर बाहर आये थे। शुभारंभ कर दिया। कचरा भी उठाया। फिर खुद को असहज महसूस किया। तो ऑफिस पहुंचकर ट्रैक सूट और चप्पल पहनकर वापस आये। फिर सफाई करने में ऐसे जुटे कि सुबह 10 बजे रोज होने वाली वीसी भी रद्द कर दी। संकुल के पीछे प्रांगण में जगह-जगह गंदगी व्याप्त थी। (देखे तस्वीर ) जिसे उन्होंने खुद हटाया, फावडा मंगवाया और सफाई करने में व्यस्त रहे।

जुर्माना ...

जिस वक्त नीचे पूरा अमला सफाई करने में लगा था। उस वक्त कलेक्टर चुपचाप निकले और कलेक्टे्रट के प्रथम व दूसरे तल स्थित हर कार्यालय में पहुंचे। फायर-सेफ्टी की बाल्टियां पीकदान बनी हुई थी। बस फिर क्या था। तहसीलदार रूपाली जैन को तलब किया। फिर निज सचिव जयेश मोरे को बुलाया। सीसीटीवी कौन देखता है, यह सवाल किया। उसके बाद लोक सेवा प्रबंधन के सुमित को तलब किया। पिछले 2 दिनों के सीसीटीवी फूटेज मांगे। जो सरकारी कर्मचारी इसमें नजर आ रहे है। पीकदान करते हुए। उसकी सूची भी मांगी। इन सभी पर जुर्माना लगेगा। इसके अलावा अब पूरे संकुल की सीसीटीवी लाइन कलेक्टर कार्यालय से जुड़ेगी। कलेक्टर खुद समय-समय पर चेक करेंगे। जो भी पीकदान करता नजर आयेंगा... उस पर जुर्माना लगेगा। कलेक्टर ने दोनों तलों के बाथरूम का भी निरीक्षण किया।

ट्रायल ....

अपने कार्यालय जाते वक्त कलेक्टर ने अपर कलेक्टर महेन्द्र कवचे को निर्देश दिये कि ... अगले सप्ताह संकुल में लगे फायर उपकरणों की ट्रायल की जाये। आज के इस अभियान में एडीएम अनुकूल जैन नजर नहीं आये।