सरकारी जमीन पर खुदाई, राजस्व की कैसे होगी भरपाई ...!

उज्जैन। चोरी- छुपे अवैध उत्खन्न होना कोई नई बात नहीं है। दूर-दराज ग्रामीण इलाकों में यह काम चलता ही रहता है। लेकिन इंदौर रोड जैसे मुख्य मार्ग पर भी अवैध उत्खन्न हो जाये? वह भी सड़क से लगी सरकारी जमीन पर। आश्चर्य की बात है। क्योंकि इस मार्ग से आलाधिकारी से लेकर खुद खनिज विभाग के अधिकारी अकसर गुजरते रहते है। इसके बाद भी किसी की नजर नहीं गई। नतीजा ... अवैध उत्खन्न अब साफ नजर आ रहा है।
यह मामला निनौरा ग्राम पंचायत की सीमा में आने वाली सरकारी जमीन का है। उज्जैन टोल नाके से करीब डेढ किलोमीटर दूर वह स्थान है। जहां पर पिछले कई दिनों से अवैध उत्खन्न हो रहा था। सरकारी जमीन पर। वह भी दिन के उजाले में। अवैध उत्खन्न करने वालो के हौसले इतने बुलंद है कि ... उन्होंने करीब 200 मीटर लंबा और 5 फीट से ज्यादा का गड्ढा खोद डाला। (देखे वीडियो)
भराव ...
निनौरा ग्राम पंचायत क्षेत्र में हुए इस अवैध उत्खन्न को लेकर यह भी चर्चा है। उत्खन्न करने वालो ने मिट्टी का उपयोग, टोल नाके के सामने स्थित प्लाट पर किया है। यह प्लाट गड्ढे में था। जिसका भराव करने के लिए यह अवैध उत्खन्न किया गया। इसके अलावा अवैध उत्खन्न वाली जगह के सामने वाली जमीन पर भी मिट्टी डाली गई है। ग्रामीणों में चर्चा है कि जिस-जिस प्लाट पर अवैध उत्खन्न करके मिट्टी डाली गई है। वहां पर या तो होटल का निर्माण होगा या फिर कोई ढाबा खुलेगा।
कोई अनुमति नहीं ....
अवैध उत्खन्न को लेकर निनौरा ग्राम पंचायत के सूत्रों का कहना है। उनके यहां कोई आवेदन ही उत्खन्न को लेकर नहीं आया। इसलिए अनुमति देने का तो सवाल ही नहीं उठता है।
इनका कहना है ...
इस मामले को लेकर जब एसडीएम ग्रामीण राकेश शर्मा से चलायमान फोन पर चर्चा की गई। तो उन्होंने साफ कहा कि ... उनके कार्यालय से कोई अनुमति जारी नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि ... मामले को दिखवाते है। इस क्षेत्र की तहसीलदार श्रीमती पूनम को भी फोन किया गया। तो उनका फोन ऑउट ऑफ नेटवर्क मिला। जिसके बाद चुप रहेंगे डाट-कॉम ने उनको मैसेज भी किया। लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका कोई जवाब नहीं आया।