स्कूल- रास्ता और पाल पर डाली मिट्टी किसने 'चुराई '...!
मामला अवैध उत्खन्न का
उज्जैन। ग्राम पंचायत निनौरा में हुए अवैध उत्खन्न की मिट्टी का चोर आखिर कौन है? जिसने स्कूल- रास्ते और तलाब की पाल पर डाली गई मिट्टी को चुरा लिया। क्योंकि ग्राम पंचायत के सरपंच पति का तो यही दावा है। उन्होंने उत्खन्न से निकली मिट्टी का उपयोग गांव के हित में किया था। पंचायत के रोजगार सहायक भी सरपंच पति की भाषा बोल रहे है। ताज्जुब की बात यह है कि इन जगहों पर अवैध उत्खन्न की कोई मिट्टी नजर नहीं आ रही है। तभी तो गांव वाले बोल रहे है। स्कूल- रास्ता और पाल पर डाली मिट्टी किसने 'चुराई ' ...!
एक कहावत हमारे पाठकों को याद होगी। एक झूठ को छुपाने के लिए 100 झूठ बोलने पड़ते है। कुछ ऐसा ही निनौरा ग्राम पंचायत के सरपंच पति गोपाल जायसवाल और रोजगार सहायक गोविंद पोरवाल कर रहे है। इन दोनों से बुधवार को दूरभाष पर बात हुई थी। दोनों ने यही बताया। अवैध उत्खन्न की मिट्टी का उपयोग तलाब की पाल- रास्ता और स्कूल के भराव में किया गया। जबकि पंचायत सचिव शेरअली ने यह कहकर फोन रख दिया। अभी व्यस्त हूं। बाद में बात करूंगा। लेकिन फिर उनका फोन शुक्रवार की रात तक नहीं आया। सरपंच पति और रोजगार सहायक की बात को सच मानकर चुप रहेंगे डॉट-कॉम ने खोजबीन की। स्कूल- पाल और रास्ते की। इन तीनों जगह के वीडियों बनवाये। शासकीय हाईस्कूल निनौरा के बाहर जरूर 1-2 डंपर मिट्टी नजर आई। लेकिन तालाब का रास्ता और पाल पर कहीं कोई मिट्टी नजर नहीं आई। शायद किसी ने यहां डाली गई मिट्टी को चुरा लिया है। यह तीनों वीडियो खबर के अंत में हमारे पाठक देख सकते है।
नोटिस ...
इधर एसडीएम ग्रामीण राकेश शर्मा ने इस डबरी कांड को लेकर नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस जनपद सीईओ हेमलता मंडलोई को जारी किया है। जिन्होंने मनरेगा के तहत संकीर्ण-पोंड बनाने की अनुमति दी थी। नोटिस तहसीलदार पूनम तोमर के जांच प्रतिवेदन पर जारी हुआ है। जांच में 90.5 वर्गमीटर लंबाई, 20.2 वर्गमीटर चौडाई व 8 वर्गमीटर गहराई का पोंड खनन पाया गया था। कुल 14642 घनमीटर अवैध उत्खन्न हुआ है। एसडीएम ने पूछा है कि ... राजस्व विभाग की भूमि पर किस नियम के तहत खनन की अनुमति जारी की गई। क्या पंचायत को राजस्व की भूमि पर खनन करने का अधिकार है।
हटाया
यह सर्वविदित है कि कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम को नियम के तहत काम करने वाले अधिकारी पसंद है। जो नियम तोड़कर काम करता है। उसको सजा जरूर मिलती है। तभी उन्होंने सख्त कदम उठाया। गत 25 अप्रैल को चुप रहेंगे डॉट-कॉम ने खुलासा किया था। सरकारी जमीन पर खुदाई- राजस्व की कैसे होगी भरपाई... शीर्षक से। जिसके अगले दिन ही कलेक्टर ने एक आदेश निकाल दिया। जिला खनिज अधिकारी का प्रभार संजय सोलंकी से छीन लिया। उनकी जगह प्रभारी डिप्टी कलेक्टर धीरेन्द्र पाराशर को जिला खनिज अधिकारी का दायित्व सौंप दिया।
मुझे पता नहीं ....
जिला खनिज अधिकारी से प्रभार क्यों लिया? इसको लेकर जब आज संजय सोलंकी से दूरभाष पर चर्चा की गई। उनसे वजह पूछी गई उनको हटाने की। तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई। उनसे यह भी पूछा गया। 25 अप्रैल को खबर छपी और 26 अप्रैल को हटाने के आदेश हो गये। तो उन्होंने इसको लेकर कुछ नहीं कहा। अगला सवाल उनसे यह पूछा गया। मार्च महीने में उनको इस अवैध उत्खन्न की वीडियो भेजी गई थी। तो उन्होंने आश्चर्य जताया। जब उनको विश्वास दिलाया गया। वाकई वीडियो भेजी गई थी। जिसमें रात के अंधेरे में जेसीबी से खुदाई और मिट्टी भरते डंपर नजर आ रहे थे। तो उन्होंने कहा कि ... देखकर बताता हूं। मगर फिर उनका फोन खबर लिखने तक नहीं आया।
वीडियो.... 1-2-3
स्कूल
पाल
रास्ता