निगमायुक्त का आदेश ठेंगे पर....!
नगर निगम में चर्चा....

उज्जैन।उपरोक्तानुसार कर्मचारी बिना रिलिह्व की प्रतीक्षा करें,अपने नवीन कार्यस्थल पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें।आयुक्त महोदय द्वारा निर्देशित। यह आदेश गत 26 अगस्त को निकाला गया था।लेकिन आयुक्त के निर्देश का पालन 30 अगस्त की शाम तक नही हुआ।तभी तो निगम के गलियारों में चर्चा है कि...आयुक्त का आदेश ठेंगे पर..!
नगर निगम आयुक्त के निर्देश का पालन,उनके ही मातहत करने को तैयार नहीं हैं।आयुक्त के निर्देश पर ,अपर आयुक्त वित्त आदित्य नागर ने आदेश निकाला था।जिस पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।यह आदेश क्रमांक स्थापना/वि/2022/1024 है।जिसमे निगम के 3 कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया था।इस आदेश को निकले 4 दिन हो चुके है।बुधवार को पांचवा दिन शुरू होगा।आदेश में रिलीह्व होने की प्रतीक्षा किए बिना,कार्यस्थल पर उपस्थित होने का स्पष्ट उल्लेख था।इसके बाद भी एक मातहत ने इसका पालन ,मंगलवार की शाम तक नही किया।तभी तो निगम गलियारों में चर्चा सुनाई दे रही है कि...आयुक्त के निर्देश का पालन करने को,उनके ही मातहत तैयार नहीं हैं।ऐसा निगम के इतिहास में पहली दफा देखने को मिल रहा हैं।यही वजह है कि निगम के गलियारों में ..आदेश ठेंगे पर...की चर्चा सुनाई दे रही हैं।यह भी दबी जुबान से बोल रहे हैं कि...आजतक ऐसा कभी नही हुआ कि आयुक्त के निर्देश का पालन किसी मातहत ने नही किया हो..?
रमेश रघुवंशी
ठेंगे पर...!
याद दिला दे कि..26 अगस्त को निकाले गए आदेश में 3 नाम थे।रमेश रघुवंशी,अनिल सोनी और महेंद्र तिवारी के नाम थे।तीनो को निर्देश साफ साफ थे। नए कार्यालय में तत्काल ज्वाइन करें।इसमें रमेश रघुवंशी,कर्मचारी संघ के मुखिया है।जो कि अभी तक कर्मचारियों के हितो के लिए,आयुक्त और अपर आयुक्त से मिलकर चर्चा करते थे।आंखो में आंखे डालकर।ऐसी निगम गलियारों में चर्चा है।मगर 26 अगस्त के आदेश में श्री रघुवंशी को ही स्थापना शाखा का अधीक्षक बना दिया गया।लेकिन मंगलवार की शाम तक,उन्होंने अपना नया पदभार नही संभाला।इसी कारण से निगम के गलियारों में चर्चा आम है कि..आयुक्त अंशुल गुप्ता का आदेश...ठेंगे पर...ठेंगे पर..ठेंगे पर...!इसके साथ ही यह भी चर्चा जोरों पर हैं कि...क्या आयुक्त के निर्देश/आदेश का पालन होगा?या फिर यह आदेश ,निगम के इतिहास में मिसाल बनेगा..?