आक्रोशित अध्यक्ष बोले: मुझे हटाने के लिए भोपाल जाते हो...!
भाजपा में मची अंर्तकलह
लोकशक्ति में बैठक लेते संभागीय प्रभारी
उज्जैन।जिला भाजपा ग्रामीण में मची अंर्तकलह उजागर हो गई है। उजागर करने वाले खुद भाजपा जिलाध्यक्ष है। जिन्होंने शुक्रवार की शाम को यह खुलासा किया था। जब बडऩगर के नपा उपाध्यक्ष पति और जिलाध्यक्ष में तू-तू-मैं-मैं हो रही थी। प्रतिनिधि बनाने को लेकर। शांत रहने वाले जिलाध्यक्ष का सब्र टूट गया। उन्होंने खुलकर कह दिया। बडऩगर से 5-5 लोगों का दल मुझे हटवाने के लिए भोपाल जाता है और फिर मदद भी मुझसे ही मांगते हो।
सभी ग्रामीण भाजपा पदाधिकारियों को पता है। शुक्रवार को संभागीय प्रभारी आलोक शर्मा बैठक लेने आये थे। पहले यह बैठक उत्तर विधायक पारस जैन के निवास के सामने होनी थी। एक गार्डन में। सभी को सूचना भी भेज दी गई थी। फिर अचानक लोकशक्ति कार्यालय में बैठक रख ली गई। जिसमें 3 घटनाएं हुई। पहली बैठक के अंदर और 2 घटना बैठक खत्म होने के बाद। जिसकी चर्चा ग्रामीण भाजपा नेता इन दिनों चटकारे लेकर कर रहे है।
प्रतिनिधि बनाओं ...
जिस बात को लेकर जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला यह कहने पर मजबूर हो गये। मुझे हटाने के लिए बडऩगर के लोग भोपाल जाते है। उसके पीछे कारण भाजपा नेता सतीश वर्मा और जिलाध्यक्ष के बीच हुई तू-तू-मैं-मैं है। सतीश वर्मा नगर पालिका उपाध्यक्ष श्रीमती अनिता वर्मा के पति है। उनकी इच्छा है कि उनको सांसद प्रतिनिधि बना दिया जाये। ताकि नपा की बैठकों में वह शामिल हो सके। इसी तकाजे को लेकर जिलाध्यक्ष से मिलने गये थे। जिलाध्यक्ष ने साफ-साफ कह दिया। सांसद प्रतिनिधि के लिए सांसद अनिल फिरोजिया के कार्यालय जाओं। जिलाध्यक्ष की बात सुनकर उपाध्यक्ष पति भड़क गये। उन्होंने जिलाध्यक्ष ls ऊंची आवाज में बात शुरू कर दी। जिलाध्यक्ष ने भी उसी टोन में जवाब दिया। 18-18 घंटे काम करता हूं। फिर भी बडऩगर के लोग मुझे हटवाने की कोशिश कर रहे है। भोपाल जाकर शिकायत करते है। ऐसा हमारे भरोसेमंद सूत्रों का कहना है।
मोबाइल छीना ...
घटना के दौरान मौजूद हमारे सूत्र का कहना है। जिलाध्यक्ष व उपाध्यक्ष पति का विवाद चल ही रहा था। तभी अचानक जिला मंत्री राजपाल राठौड का आगमन हुआ। उन्होंने जिलाध्यक्ष के कान में कुछ धीरे से कहा। जिला मंत्री की बात सुनते ही अध्यक्ष बोरमुंडला ने तत्काल वहां मौजूद मंडल अध्यक्ष कुलदीप बना की तरफ देखा। जिसके बाद उनका फोन ले लिया। यह फोन उन्होंने सह-मीडिया प्रभारी गजेन्द्र परमार को दिया। उनसे कहा कि ... मोबाइल चेक करो... क्या वीडियो बनाया गया है। सह-मीडिया प्रभारी ने चेक किया तो ... मोबाइल बंद मिला।
भाजपा जायेंगी ...
भाजपा जिलाध्यक्ष का उनको हटवाने का कहना और मोबाइल छीनना। यह 2 घटनाएं बैठक के बाद की थी। बैठक में भी 1 घटना हुई। संभाग प्रभारी आलोक शर्मा उद्बोधन में बार-बार यह कह रहे थे। भाजपा आयेगी- भाजपा आयेगी। तभी किसी ने पीछे से बोल दिया। भाजपा जायेगी। यह सुनकर संभाग प्रभारी ने पूछ लिया। यह किसने बोला। तो जिला मंत्री राजपाल राठौड ने अपने समीप बैठे सह-मीडिया प्रभारी गजेन्द्र परमार की तरफ इशारा कर दिया। जिस पर संभागीय प्रभारी ने तत्काल कहा। ऐसा नहीं हो सकता है ... किसी और का नाम लेते तो मान भी लेता। सह-मीडिया प्रभारी ऐसा नहीं बोल सकते है। ऐसा बैठक में मौजूद हमारे भरोसेमंद सूत्र का कहना है।