18002331008 पर फोन लगाये: 24 घंटे सुविधा पाएं ...!

मंदिर में नई व्यवस्था

18002331008 पर फोन लगाये: 24 घंटे सुविधा पाएं ...!

उज्जैन।महाकाल लोक निर्माण के बाद मंदिर में दर्शन करना, लोहे के चने चबाना साबित हो रहा है। हजारों भक्त हर रोज दर्शन करने आते है। इनकी कई प्रकार की परेशानियां होती है। जिसके लिए आज से हेल्प डेस्क शुरू की जा रही है। जिसका मकसद यह है कि ... भक्तों को आने वाली परेशानियों का निराकरण फोन पर ही किया जा सके।

मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने आज बातचीत में बताया। उनका कहना था कि हेल्प डेस्क मंदिर में 5 स्थानों पर शुरू की जा रही है। जो कि 24 घंटे 7 दिन चालू रहेंगी। हर वक्त इस नम्बर- 18002331008 पर मंदिर का कर्मचारी उपलब्ध रहेगा। जो कि भक्तों की हर परेशानी का निराकरण करेगा। प्रशासक का कहना था कि ... कई भक्त भस्मार्ती को लेकर रात-बिरात फोन करके रास्ता पूछते है। कभी कोई भक्त यह पूछता है कि ... किस गेट से दर्शन होंगे। तमाम प्रकार की परेशानियों से भक्तों को जूझना पडता है। जिसके लिए हेल्प डेस्क बनाई गई है। यह हेल्प डेस्क संभवत: बुधवार या गुरूवार से शुरू हो जायेगी।

अधिकारी मांगे ...

मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम भी दर्शन व्यवस्था को दुरूस्त करने में लगे हुए है। अकसर अब वह अचानक मंदिर पहुंच जाते है। उन्होंने मंदिर की बेहतर व्यवस्था के लिए मप्र शासन को एक प्रस्ताव भी भेजा है। जिसमें एक डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार की डिमांड की है। यह दोनों अधिकारी केवल और केवल मंदिर के लिए ही काम करेंगे। कलेक्टर को उम्मीद है कि जल्दी ही शासन द्वारा इस प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी जायेगी और नियुक्ति भी हो जायेगी।

सुनवाई आज ...

इधर मंदिर की सुरक्षा निविदा को लेकर आज सुनवाई होगी। उच्च न्यायालय इंदौर में यह सुनवाई चल रही है। जनहित याचिका ओमप्रकाश धाकड ने लगाई है। इन्होंने ही लोकायुक्त भोपाल को भी शिकायत की है। याचिका को लेकर नोटिस जारी हुए थे। विदित रहे कि निविदा की शर्तो को लेकर याचिका दायर की गई है। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी द्वारा जवाब प्रस्तुत कर दिया गया है। जिस पर आज सुनवाई होगी।

इस्तीफा दिया ...

इधर उज्जैन   स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एक कार्यपालन यंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले फरीद कुरैशी । सूत्रों का कहना है कि ... पिछले दिनों स्मार्ट सिटी ईडी रोशनसिंह द्वारा बैठक ली गई थी। इस बैठक में कार्यपालन यंत्री की उपयोगिता को लेकर सवाल उठा था। जिसके चलते एचआर को बुलाकर इनकी सेवा समाप्त करने के निर्देश दिये जाने थे। मगर उसके पहले ही कार्यपालन यंत्री ने साफ लफ्जों में कह दिया। किसी को बुलाने की जरूरत नहीं है। मैं खुद इस्तीफा दे रहा हूं कार्यपालन यंत्री के इस्तीफा देने से स्मार्ट सिटी में चर्चाओं का बाजार गर्म है।