जिनको नौकरी नहीं करनी, वो ट्रांसफर करवा ले ... !

कलेक्टर की नसीहत ...

जिनको नौकरी नहीं करनी, वो ट्रांसफर करवा ले ... !

उज्जैन।  कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम जिले को हर योजना में अंडर-5 में चाहते है। इसलिए उन्होंने राजस्व अमले को टाइट करना शुरू कर दिया है। शनिवार को राजस्व समीक्षा बैठक थी। जिसमें कलेक्टर ने उन सभी अधिकारियों को चेतावनी दे डाली। जो कि काम के प्रति गंभीर नहीं रहते है। कलेक्टर ने साफ-साफ लफ्जों में कहा कि ... जिनको नौकरी नहीं करनी: वो ट्रांसफर करवा ले ... !

अभी-अभी उज्जैन को उपलब्धि मिली है। सीएम हेल्पलाइन निराकरण में अभी तक जिला नीचे से अंतिम -5 में था। कलेक्टर ने आते ही प्राथमिकता बता दी। नतीजा ... उज्जैन अब सीएम हेल्पलाइन निराकरण में ऊपर से अंडर-5 में है। जिसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों ने मेहनत की। आज की बैठक में एसडीएम और तहसीलदार यह सोचकर गये थे। कलेक्टर से शाबासी मिलेगी। लेकिन उसके उलट हुआ। कलेक्टर ने सभी को नसीहत दे डाली। अगर काम नहीं करना है तो ट्रांसफर करवा ले।

पता रहता है ...

बैठक शुरू होने से पहले अपर कलेक्टर कुनाल मीना ने भी चेतावनी दी। उन्होंने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों से कहा। विकास यात्रा पूरी हो गई है। अब कोई बहाने नहीं चलेंगे। इसके बाद कलेक्टर आ गये। उन्होंने भी अपने तेवर बरकरार रखे। कलेक्टर ने साफ लफ्जों में कह दिया कि ... मुझे यह पता रहता है। समीक्षा बैठक से पहले ही। कौन... क्या-क्या बहाने बनायेंगा।  कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट कर दिया। वह केवल एसडीएम और तहसीलदारों से ही बात करेंगे। अपने-अपने मातहतों नायब तहसीलदार और बाबूओं को टाइट करे। इनके कामों की समीक्षा करे। कलेक्टर यह कहने से भी नहीं चूके। अगर समय पर काम नहीं हुआ तो ... नोटिस- निलंबन और डीई (विभागीय कार्रवाई) होगी।