भक्तगण “दान” कर जाते है, पुजारी बेचकर “माल” कमाते है ... !

भक्तगण “दान” कर जाते है, पुजारी बेचकर “माल” कमाते है ... !

उज्जैन।  कलेक्टर, निगम आयुक्त, एसडीएम आज धार्मिक यात्रा पर थे। चिंतामण मंदिर- कालभैरव व मंगलनाथ की। पूरे लवाजमे के साथ, व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। निर्देश भी दिये। लेकिन कालभैरव मंदिर की आंतरिक अव्यवस्था पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। तभी तो दौरे के बाद यह चर्चा सुनाई दी।  भक्तगण “दान” कर जाते है: पुजारी बेचकर “माल” कमाते है ... !

कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, आयुक्त रोशन कुमार सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक व एसडीएम कल्याणी पांडे ने आज कालभैरव मंदिर का निरीक्षण क्या कर लिया? अचानक ही गढे मुर्दे उठकर सामने आ गये। हम चुप रहेंगे डॉट-कॉम के पास एक वीडियो आ गया। करीब ढाई मिनिट का वीडियो है। जो किसी अनाम शुभचिंतक ने भेजा। इस वीडियो में मंदिर का सुरक्षाकर्मी धर्मेंद्र मालवीय साफ नजर आ रहा है। जो कि भक्तो द्वारा दान में चढाये गये नारियलो का सौदा कर रहा है। हाथ में नोट भी पकड रखे है। नारियल बोरियों में भरे हुए है। एक ग्राहक यह कह रहा है। 2 हजार रूपये मैने दिये है। थोडी देर बाद पुजारी संजय चतुर्वेदी भी आ जाते है। उनके लिए कुर्सी लगाई जाती है। उन्हीं के सामने नीली शर्ट पहने युवक ... सुरक्षा गार्ड को नोट थमाता नजर आ रहा है। यहां यह लिखना जरूरी है कि... यह सभी नारियल भक्तों द्वारा चढाये गये थे। जिसका नगदीकरण किया जा रहा है।

तेल भी बिकता है ...

कालभैरव मंदिर में केवल दान में आये नारियल ही नहीं बिकते है, बल्कि दीपमाला के लिए भक्तगण जो तेल की शीशी दान कर जाते है। उसको भी बाहर लगी दुकानों पर वापस बेच दिया जाता है। इसका प्रमाण यह तस्वीर है। ऐसा हर रोज होता है। मंदिर के गलियारो में ऐसी चर्चा है।