पहले नगद राशि दी, फिर अंगवस्त्र भी दिया ... !

मंदिर के गलियारों में चर्चा

पहले नगद राशि दी, फिर अंगवस्त्र भी दिया ... !

उज्जैन। महानिर्वाणी अखाडे के महंतश्री ने आज मंदिर प्रशासन की लाज रखी। एक बार नहीं बल्कि दो दफा। पहली दफा उन्होंने 2 लाख नगद दिये। ताकि दक्षिणा का वितरण हो सके। वहीं दूसरी दफा स्टेट गेस्ट के स्वागत हेतु महाकाल लिखा अंगवस्त्र दिया। तभी तो मंदिर के गलियारों में चर्चा है। पहले 2 लाख नगद दिये, फिर अंगवस्त्र दिया।

सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का आगमन हुआ था। वह बाबा महाकाल के प्रति आभार प्रकट करने आये थे। क्योंकि पिछले सप्ताह उन्होंने महारूद्राभिषेक अनुष्ठान करवाया था। प्रदेश में अच्छी वर्षा होने के लिए यह अनुष्ठान था। अनुष्ठान के बाद जोरदार बारिश हुई। इसीलिए सपरिवार आभार प्रकट करने आये थे। मंदिर पहुंचकर संभवत: मुख्यमंत्री को बाबा महाकाल ने प्रेरणा दी। तभी तो उन्होंने इच्छा जाहिर कर दी। उनकी इच्छा थी कि ... अनुष्ठान में शामिल सभी पंडितो को दक्षिणा अपनी जेब से देंगे।

तत्काल पालन ...

मुख्यमंत्री ने उस वक्त शायद दक्षिणा देने की बात कही। जब वह पूजा के लिए शोला धारण कर रहे थे। क्योंकि उसी दौरान उन्होंने कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम को अंदर बुलाया था। उनके साथ मंदिर प्रशासक संदीप सोनी भी गये थे। जिसके तत्काल बाद मुख्यमंत्री अनुष्ठान में शामिल होने चल दिये। इधर मुख्यमंत्री की इच्छा का पालन करना था। वक्त कम था। इसलिए महानिर्वाणी अखाडे के महंत विनीत गिरी को इससे अवगत कराया गया। नतीजा महंतश्री ने तत्काल ही राशि लाकर रख दी। राशि मिलते ही सहायक प्रशासनिक अधिकारी मूलचंद जूनवाल की देखरेख में लिफाफे तैयार हो गये। ऐसी चर्चा मंदिर के गलियारों में है। इधर अनुष्ठान पूर्ण होने के बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य पुजारी घनश्याम शर्मा को दक्षिणा के लिफाफे देकर आशीर्वाद लिया। (देखे वीडियो)।

डिमांड...

मंदिर प्रशासन की नगदी वाली समस्या सुलझाकर महंतश्री बैठे ही थे। तभी एक स्टेट गेस्ट का आगमन हो गया। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येद्दूरप्पा का। वह सपरिवार आये थे।  उनके आगमन पर मंदिर प्रशासन को स्वागत करना था। किन्तु कर्मचारी के पास  महाकाल लिखा अंगवस्त्र (दुपट्टा) नहीं था। कर्मचारी तत्काल महंतश्री के पास पहुंचा। अपनी समस्या बताई। महंत विनीत गिरी ने तत्काल अंगवस्त्र दिया। तब जाकर स्टेट गेस्ट का स्वागत हो पाया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का आगमन हुआ। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री का विनम्रता से हाथ जोड़कर स्वागत किया।