270 में से केवल 48: कलेक्टर ने चलाई 'कलम'...!
उज्जैन। फिल्म निकाह की गजल हमारे पाठकों ने सुनी होगी। दिल के अरमां आंसूओं में बह गये...! 26 जनवरी की सुबह अर्थात आज कई सरकारी अधिकारी/ कर्मचारी यह गजल जरूर गुनगुनाते नजर आयेंगे। कारण ... 270 कर्मचारी/ अधिकारी 25 जनवरी की रात यही सपना रात में सोते वक्त देखते रहे होंगे। आज तो मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होंगे। मगर उनका यह सपना ... मुंगेरीलाल का हसीन सपना ही 26 की सुबह साबित होगा। क्योंकि कलेक्टर उज्जैन ने अपनी कलम चलाकर इनके सपनों पर पानी फेर दिया है।
लगभग 50 शासकीय विभागों के 270 कर्मचारी/अधिकारियों में से आज केवल 48 अधिकारी/कर्मचारी खुश नजर आयेंगे। बाकी सब दु:खी होंगे। क्योंकि कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने 270 में से केवल 48 नामों पर अपनी मोहर लगाई है। जिनको मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हाथों से सम्मानित होने का अवसर मिलेगा। बाकी 222 नामों पर कलेक्टर अपनी कलम चलाकर इन सभी को पुरूस्कृत होने से रोक दिया है। हालांकि यह भी सच है। कलेक्टर की मंशा केवल 2 दर्जन नामों की ही थी। फिर भी उससे दुगने हो गये है। ऐसा प्रशासनिक संकुल के हमारे भरोसेमंद सूत्रों का कहना है। लेकिन पुरूस्कृत होने वाले 48 नामों में कौन-कौन शामिल है। इसको लेकर भरोसेमंद सूत्र चुप है। इसका खुलासा आज दशहरा मैदान परेड ग्राउंड पर ही होगा।
असर ...
विदित रहे कि हम चुप रहेंगे डॉटकॉम ने 25 जनवरी को खबर प्रकाशित की थी। मुख्यमंत्री से गुहार- जो हो सम्मान योग्य- उसे मिले पुरूस्कार ... शीर्षक से। जिसमें खुलासा किया था। किस तरह चापलूसी और पॉवर दिखाकर पिछले कई सालों से वही चेहरे 15 अगस्त व 26 जनवरी को पुरूस्कृत होते रहे है।