तोडऩे जाना तो मुझे बताना: वर्ना मैं आ जाऊंगा... !

विधायक की आयुक्त को चेतावनी

तोडऩे जाना तो मुझे बताना: वर्ना मैं आ जाऊंगा... !

उज्जैन। हमेशा खरी-खरी बोलने वाले विधायक ने बुधवार को फिर खरा बोला। सभी के सामने बोला। नगर निगम आयुक्त को सीधी चेतावनी दे डाली। चलायमान फोन पर। अगर शेड तोडऩे जाना तो मुझे बताना ... वर्ना मैं आ जाऊंगा।

यह घटना बुधवार सुबह की है। जब महामहिम राज्यपाल थावरचंद गेहलोत का इंतजार हो रहा था। अवसर था... बाबूलाल जैन वाणिज्यक परिसर के लोकार्पण का। विधायक पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल, अनिल जैन कालूहेडा, जगदीश अग्रवाल आदि मौजूद थे। तभी विधायक के पास सूचना आई। सामने वाले ने गुहार लगाई। हमारे शेड तोडऩे गैंग आ रही है। नोटिस भी दिये है।

फोन लगाओं ...

सिहंस्थ क्षेत्र में निर्मित अस्थाई शेड हटाने की कार्रवाई शुरू हुई है। नगर निगम ने नोटिस जारी किये थे। आज गैंग पहुंचने वाली थी। तभी विधायक को सूचना मिली। उन्होंने तत्काल फोन लगवाया। निगमायुक्त रोशनसिंह को। सवाल किया। किसके आदेश पर तोड रहे हो? जवाब मिला। कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के निर्देश है। तो विधायक ने चेतावनी दी। अगर तोडऩा है तो सभी जगह के तोड़ो। उनका इशारा ... मंगलनाथ से लेकर आगर रोड तक था। उन्होंने आयुक्त से साफ-साफ कह दिया। तोडऩे जाना तो मुझे बताना, वर्ना मैं आ जाऊंगा। इसके पहले विधायक ने महापौर मुकेश टटवाल से पूछा था। किसके आदेश पर तोड़ रहे हो। महापौर ने साफ कह दिया। मुझे नहीं पता है।

अरे आप यहां ...

बुधवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आगमन हुआ था। बाबा महाकाल के दर्शन हेतु आये थे। दर्शन के पहले उनकी मुलाकात महानिर्वाणी अखाडे के महंत विनीत गिरी से हुई। महंतश्री को देखकर मुख्यमंत्री आश्चर्यचकित हो गये। तभी तो पूछ लिया ... अरे आप यहां ... ! दरअसल महंत विनीत गिरी के देवरिया यूपी में प्राथमिक विद्यालय से लेकर कॉलेज संचालित होते है। एसडीपीजी शिक्षण संस्थान के माध्यम से। गोरखपुर और देवरिया नजदीक है। इसलिए योगी आदित्यनाथ से पुराना परिचय है। दोनों की इससे पहले मुलाकात 2019 में हुई थी। उसके बाद विनीत गिरी मंदिर के महंत बन गये। यह बात मुख्यमंत्री को पता नहीं थी। तभी तो उनको देखकर मुख्यमंत्री यह बोल गये... अरे आप यहां ! इसके बाद दोनों की बीच करीब 10 मिनिट चर्चा हुई।

विवाद ...

हेलीपेड पर बुधवार को फिर विवाद हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले। यह उस वक्त हुआ, जब भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला, भाजपा प्रत्याशी सतीश मालवीय आदि पहुंचे। आज कड़ी सुरक्षा थी। इधर लिस्ट में इनके नाम नहीं थे। इसलिए रोक दिया गया। भाजपा जिला नगर अध्यक्ष विवेक जोशी की सूची में 15 नाम थे। मगर इनके नाम नहीं थे। जिसके चलते हेलीपेड पर विवाद होने लगा। तब एडीएम अनुकूल जैन ने समन्वय बनाया। यूपी के सुरक्षाधिकारियों से। इधर सूची में शामिल 5 लोग नहीं आये थे। जिसके चलते इन सभी को सूची में शामिल कर लिया गया। हेलीपेड पहुंचने की अनुमति मिल गई। फिर विवाद शांत हो गया।