सीलबंद लिफाफा- फोन बाहर- फिर भी टॉपर रही कल्याणी पांडे ...!

सीलबंद लिफाफा- फोन बाहर- फिर भी टॉपर रही कल्याणी पांडे ...!

उज्जैन। निर्वाचन -2023 को लेकर आज शनिवार को एक परीक्षा हुई। कलेक्टर की मौजूदगी में। जिसके लिए इस कदर सख्ती बरती गई। जिसके चलते परीक्षा देने वाले एसडीएम- तहसीलदार और नायब तहसीलदार को पीएससी (राज्य प्रशासनिक सेवा) परीक्षा की याद आ गई। सख्ती इस कदर थी कि ... सीलबंद लिफाफे को पहले कलेक्टर ने चेक किया। इसके पहले सभी के फोन अलग रखवा लिये गये। 35 सवालों के इस प्रश्न पत्र को हल करने में टॉपर कल्याणी पांडे एसडीएम रही। वहीं एसडीएम बडऩगर आकाश सिंह (आईएएस) सहित एसडीएम राकेश शर्मा, तहसीलदार पूनम तोमर व अर्चना गुप्ता चौथे नम्बर पर रहे। आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि एसडीएम खाचरौद पुरूषोत्तम कुमार को प्रजेंटेशन में 7 अंक मिले।

कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के निर्देश पर निर्वाचन की यह परीक्षा ली गई थी। जिसको लेकर पिछले 10 दिनों से सभी अधिकारियों की नींद हराम थी। नौकरी करते हुए भी सभी अधिकारी देर रात तक पढ़ाई कर रहे थे। शुक्रवार-शनिवार की रात इन सभी के लिए कत्ल की रात थी। सूत्रों के अनुसार सभी अधिकारियों ने देर रात 2 बजे तक पढ़ाई करी थी। शनिवार को दोपहर 4 बजे यह परीक्षा शुरू हुई। प्रशासनिक संकुल के तीसरे माले पर। कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम खुद मौजूद थे। उन्होंने पहले प्रश्न पत्र का लिफाफा चेक किया। जिसके बाद कुल 35 प्रश्नों वाला प्रश्न पत्र सभी को दिया गया। प्रश्न पत्र देखकर, अधिकतर अधिकारियों ने अपने माथे पर हाथ रख लिया।

कांट-छांट नहीं ...

प्रश्न पत्र हल करने के लिए नियम भी स्पष्ट थे। अगर, भूल से भी किसी अधिकारी ने प्रश्न पत्र पर राईट का निशान लगा दिया। उसके बाद अगर उसे काटा-पीटा, तो उस प्रश्न के नम्बर नहीं मिलेंगे। सूत्रों का कहना है कि ... इस परीक्षा में एसडीएम कल्याणी पांडे के बाद, आशुतोष गोस्वामी, पुरूषोत्तम कुमार, कृतिका भीमावद, राकेश शर्मा का नम्बर रहा। आज की इस परीक्षा में अपर कलेक्टर मृणाल मीना (आईएएस) अपर कलेक्टर एकता जायसवाल ने भी भाग लिया।

प्रश्न बता दो ...

निर्वाचन की इस परीक्षा का डर संकुल के गलियारों से लेकर जिले के उन सभी अधिकारियों में देखा गया। जो कि परीक्षा देने वाले थे। तभी तो एसडीएम नागदा आशुतोष गोस्वामी, उज्जैन आते-आते अपने वाहन में पढ़ाई करते हुए नजर आये। इसके अलावा सूत्रों का कहना है कि ... कई अधिकारी इस जुगाड में रहे कि किसी तरीके से प्रश्न पता चल जाये। लेकिन प्रश्न पत्र को गोपनीय रखा गया। प्रश्न पत्र को तैयार कराने की जिम्मेदारी एडीएम अनुकूल जैन को दी गई थी। ऐसी चर्चा संकुल के गलियारों में सुनाई दी।