मेरे कर्मचारी कुछ भी कहें: आपको बोलने का अधिकार नही है....!
प्रशासक के मीठे बोल....
उज्जैन।जिला सत्कार शाखा से जुड़ी महिला कर्मचारी के साथ अभद्रता हुई ।कार्यालय में घुसकर उसको धमकाया। जान से मारने की धमकी दी।जब महिला कर्मचारी ने प्रशासक को शिकायत करी।तो प्रशासक ने अपने मीठे बोल में महिला कर्मचारी को साफ साफ कह दिया। मेरे कर्मचारी कुछ भी कहें...आपको बोलने का अधिकार नही है..!
मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ के इस भेदभाव वाली नीति की शिकायत लिखित में हुई हैं।शिकायत करने वाली मंदिर की कर्मचारी श्रीमती रजनी खेर है।जो इन दिनों जिला सत्कार शाखा में पदस्थ हैं।इसी के चलते यह भेदभाव वाली नीति उनके साथ अपनाई गई हैं।घटना 6 अगस्त की बताई जा रही हैं। फरियादी के साथ पहले भस्म आरती कार्यालय और फिर प्रशासक कार्यालय में अभद्रता की गई।उनको जान से मारने की धमकी दी गई।घटना के बाद श्रीमती रजनी खेर ने प्रशासक गणेश धाकड़ को पूरी घटना से अवगत कराया।जिसके बदले में फरियादी को उल्टा जवाब मिला कि ..आपको बोलने का अधिकार नहीं है,क्योंकि आप जिला सत्कार शाखा अर्थात कलेक्टर की कर्मचारी हो।
10 केस चल रहे...
शिकायत में साफ साफ लिखा है कि 6 अगस्त को मंदिर कर्मचारी चंद्रप्रकाश शर्मा और चिंतामन मंदिर के अभिषेक शर्मा ने कार्यालय में घुसकर अभद्रता करी।जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि..10 केस चल रहे हैं।1 केस और सही।जिस अभद्र भाषा का उपयोग किया गया।वह लिखने योग्य नहीं हैं।यह भी लिखा है कि..इस घटना के चश्मदीद गवाह अपने बयान देने को तैयार हैं।प्रशासक कार्यालय में हुई अभद्रता का वीडियो भी बनाया गया है।श्रीमती रजनी खेर ने मय सबूत शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह को लिखित में की है।
पहले भी हुई शिकायत...
विदित रहे कि मंदिर प्रशासक की नामजद शिकायत पहले भी हो चुकी हैं। वह शिकायत अनाम हुई थी।श्री महाकालेश्वर मंदिर की महिलाओं की आवाज...के नाम पर।उस शिकायत में भी महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे।प्रशासक पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।इस बार श्रीमती रजनी खेर ने उनके साथ हुई अभद्रता और प्रशासक गणेश धाकड़ के व्यवहार की खुलकर शिकायत की है। हमारे पाठको को याद दिला दे कि 30 जून को हुई शिकायत का खुलासा 20 जुलाई 22 को हम चुप रहेंगे डॉट कॉम ने किया था। प्रशासक पर लगे आरोप सच्चे है या झूठे....शीर्षक से। जिसके बाद एक बार फिर महिला सुरक्षा को लेकर शिकायत सामने आई हैं।