हेलीपेड के नजारे ...

रेनकोट मंगवाया-बाथरूम याद आया- टेंट उडाया ...!

हेलीपेड के नजारे ...

उज्जैन। नगरीय निकाय चुनाव का शंखनाद हो चुका है। भाजपा की विजय कामना को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री उज्जैन आये थे। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी थे। मकसद था कि ... बाबा महाकाल के दरबार में पूजा करना और विजयश्री का आशीर्वाद मांगना। मगर हेलीपेड से महाकाल मंदिर जाने के पहले 3 घटनाएं हुई। जिसके चलते यह सुनाई दिया कि ...  रेनकोट मंगवाया-बाथरूम याद आया- टेंट उडाया ...!

आचार संहिता के चलते इस बार मुख्यमंत्री के लिए पूरी व्यवस्था जुटाने की जिम्मेदारी भाजपा संगठन की थी। सांसद प्रतिनिधि कपिल कटारिया ही सबकुछ संभाल रहे थे। हेलीपेड पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के उडनखटोले के उतरने का इंतजार हो रहा था। तभी सुरक्षाकर्मियों ने ध्यान दिलाया। अगर बारिश हुई तो रेनकोट कहां है।  जवाब मिला कि गाड़ी में रखवा दिये है। इस पर वापस सवाल हुआ कि ... साहब (मुख्यमंत्री) के लिए वीआईपी रेनकोट चाहिये। आम रेनकोट नहीं चलेगा। तब जाकर व्यवस्था संभाल रहे श्री कटारिया ने महामंत्री विशाल राजोरिया को फोन लगाया। जहां से जवाब मिला कि ... वीआईपी रेनकोट की व्यवस्था हो जायेंगी।

परेशान ...

भाजपा की तरफ से महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल को आज हेलीपेड पर परेशान  होना पड़ा। उनकी परेशानी का कारण दूसरा था। बेचारे... बाथरूम की तलाश में थे।  तो यह सोचकर वीआईपी ग्रीन रूम में पहुंच गये। आखिरकार भविष्य के महापौर है। उनके साथ भाजपा नेता जगदीश पांचाल भी थे। भावी महापौर ने सोचा कि ... वीआईपी बाथरूम का उपयोग कर लेंगे। मगर वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी ने उनको विनम्रता से रोक दिया। जिसके बाद भावी महापौर के चेहरे पर परेशानी साफ नजर आ रही थी।

हवा का असर ....

मुख्यमंत्री के लिए हमेशा की तरह ग्रीन रूम बनाया गया था। जहां पर मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, अनिल जैन कालूहेडा, जगदीश अग्रवाल, विवेक जोशी, रूम पमनानी, अशोक प्रजापत, सतीश मालवीय, किशोर खण्डेलवाल, दिनेश जाटवा, सचिन सक्सेना आदि इंतजार कर रहे थे। कब उडनखटोले की आवाज सुनाई दे। जैसे ही आवाज सुनाई दी, सब बाहर उठकर आ गये। इधर हेलीकाप्टर के उतरते वक्त हवा इस कदर तेज हो गई। नतीजा वीआईपी ग्रीन रूम का टेंट ही खुल गया। अंदर रखी प्लास्टिक की कुर्सिया भी उड गई। गनीमत यह रही कि उस वक्त कोई भी भाजपा नेता अंदर मौजूद नहीं था।