महाकाल हमारे हैं, आपके नहीं..!
जिला विकास समन्वय और निगरानी (दिशा) समिति की बैठक सांसद की अध्यक्षता में हुई संपन्न
जिला विकास समन्वय और निगरानी (दिशा) समिति की बैठक आज संपन्न हुई। सांसद की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में सांसद ने कड़े तेवर दिखाए। खासकर महाकाल मंदिर प्रोटोकॉल व्यवस्था को लेकर उन्होंने यह तक बोल दिया। महाकाल हमारे हैं, आपके नहीं..! सांसद के यह तेवर देखकर बैठक से मीडिया को प्रेम पूर्वक रवाना कर दिया गया।
सांसद अनिल फिरोजिया आज अलग ही अंदाज में नजर आए दिशा की बैठक में उन्होंने मंदिर की व्यवस्था पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि.. महाकाल मंदिर को प्रयोगशाला ना बनाएं। आप अधिकारी लोगों का क्या! दो-तीन साल के लिए आते हो और वापस चले जाते हो। हमें तो यही जीना और मरना है। महाकाल हमारे हैं... आपके नहीं..! महाशिवरात्रि पर दर्शन व्यवस्था को लेकर भी सांसद ने आक्रोश दिखाया। हालांकि उन्होंने आम जनता के लिए की गई व्यवस्था की तारीफ भी करी। लेकिन उनका यह भी कहना था कि... अधिकारी वर्ग अपने परिजनों को तो आसानी से दर्शन करा देता है। लेकिन भाजपा नेताओं के प्रोटोकॉल पर ध्यान नहीं देता है। सांसद ने इस व्यवस्था को लेकर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को घेरा। सांसद ने कुछ भाजपा नेताओं के नाम भी लिए। जिन्होंने व्यवस्था को लेकर सांसद से शिकायत की थी। तभी तो सांसद यह तक बोल गए कि... यहां मीडिया भी मौजूद है, पूरा सच बताऊं क्या..?
बाहर जाओ....
सांसद ने मीडिया का जिक्र करके प्रशासन को अलर्ट कर दिया। उनके इस जिक्र के 10 मिनट के अंदर ही जनसंपर्क विभाग सक्रिय हो गया। मीडिया से निवेदन किया गया। आप सभी बैठक से बाहर चले जाएं। जिसके बाद जनसंपर्क विभाग के दो अधिकारी भी बैठक में आ गए। जिन्होंने प्रेम पूर्वक निवेदन करके, मीडिया को बाहर जाने के लिए राजी कर लिया।
प्रशासन भू माफिया...
सांसद श्री फिरोजिया ने आज की बैठक में प्रशासन को भू माफिया की संज्ञा दे दी। ऐसा उनके करीबी का कहना है। जो की बैठक में मौजूद थे। जिस वक्त यह घटनाक्रम हुआ, उसके पहले मीडिया को बैठक से बाहर कर दिया था। मामला एम आर_5 मार्ग पर स्थापित कचरा घर से जुड़ा है। निजी जमीन पर कचरा घर बना दिया गया है। नगर निगम का यह कारनामा है। जिसका खुलासा 19 दिसंबर 2022 को चुप रहेंगे डॉट कॉम ने किया था।
Smart.अधिकारियों का...stupid कारनामा..शीर्षक से।
नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के सहयोग से निजी जमीन पर कचरा घर बना दिया है। यह जमीन नगर निगम कर्मचारी सहकारी साख संस्था की है। कुल 11 एकड़ जमीन है। जिस पर बगैर खोजबीन किए करोड़ों की लागत से कचरा घर बना दिया गया। यह मामला दिशा की बैठक में उठा। विदित रहे कि... इस मामले को लेकर सहकारिता विभाग द्वारा एक पत्र लिखा गया है। जिसमें कचरा घर हटाने का आग्रह किया गया है।
नोटिस जारी करो...
आज दिशा की बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारी 11:00 से 4:00 बजे तक मौजूद थे। उसके बाद 5:00 टीएल बैठक थी। आज की बैठक कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने नहीं ली। टी एल की बैठक अपर कलेक्टर श्री मीना द्वारा ली गई। यह बैठक मुश्किल से 20 मिनट चली। तब तक कई अधिकारी नहीं पहुंच पाए थे। सूत्रों के अनुसार कई अधिकारी बैठक में पहुंच ही रहे थे। तब तक बैठक खत्म हो गई। अपर कलेक्टर ने जो मौजूद नहीं थे, उन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।