वरिष्ठ आईएएस गिरते-गिरते बची: अपर कलेक्टर जाम में फंसे ...!

वरिष्ठ आईएएस गिरते-गिरते बची: अपर कलेक्टर जाम में फंसे ...!

उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वह कर दिखाया। जिसकी उम्मीद हर शहरवासी को थी। उनके मार्गदर्शन में हुई 2 दिवसीय रीजनल कानक्लेव- 2024 ने नये आयाम स्थापित किये है। जो कि जल्दी ही मूर्तरूप लेंगे और शहरवासियों के लिए रोजगार के नये अवसर मिलेंगेजिसके लिए शहरवासी अपने लाडले नेता का आभारी है। 2 दिन की इस कानक्लेव में पहले दिन एक घटना घटित हुई। शुभारंभ के पहले। राजधानी की शीर्षस्थ आईएएस अधिकारी को ठोकर लग गई। जिसके चलते वह लडखडा गई और गिरते-गिरते बची। वही शनिवार को 2 अपर कलेक्टर सर्किट हाऊस के समीप जाम में फंस गये। कारण ... मुख्यमंत्री का काफिला सर्किट हाऊस की तरफ जा रहा था।

इस तस्वीर को गौर से देखिए। यह तस्वीर इंजीनियरिंग कॉलेज में इंडस्ट्री कानक्लेव मंच की है। पीली-काले रंग की इस पट्टी पर गौर कीजिए। जो कि शुभारंभ के दिन मुसीबत बन गई। भरोसेमंद सूत्रों का कहना है। राजधानी से आई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मंच पर चढ रहीं थी। उनको इस पीले-काले रंग की पट्टी से ठोकर लगी। जिससे वह लडखडा गई। गिरते-गिरते बची... मगर तत्काल संभल गई। ऐसी चर्चा उस दौरान मौजूद आईएएस लाबी में सुनाई दी। सूत्रों का कहना है कि अगर वरिष्ठ अधिकारी इस ठोकर से गिर जाती तो आईएएस लाबी में हड़कंप मच जाता। मगर, बाबा महाकाल की कृपा रही। केवल ठोकर लगी।  विदित रहे कि प्रदेश की पूरी आईएएस लाबी की यह मुखिया है। अगर यह इस ठोकर से गिर जाती तो हड़कंप मच जाता। 

इंतजार ... 

अक्सर यह नजारा हम सभी ने देखा है। जब किसी वीवीआईपी का काफिला गुजरता है। तो केवल आमजनता को ही रूकने पर मजबूर होना पडता है। वर्दी यातायात को रोक देती है। मगर शनिवार की सुबह उल्टा नजारा था। घटना सर्किट हाऊस के समीप की है। देवास रोड पर सर्किट हाऊस के समीप आईएएस अपर कलेक्टर का वाहन उस वक्त जाम में फंस गया। जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का काफिला सर्किट हाऊस की तरफ जा रहा था। पुलिस ने सभी को रोक दिया। आमजनता तो तत्काल रूक गई। उसको इसकी आदत है। मगर अपर कलेक्टर के वाहन ने हूटर बजाया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उनके आगे बहुत वाहन थे। आखिरकार 2 से 3 मिनिट इंतजार करना पड़ा। उसके बाद जाकर रास्ता खुला और अपर कलेक्टर का वाहन  सर्किट हाऊस पहुंचा।