दस्तावेज दीजिए...जवाब लीजिए...!
कांग्रेसी विधायक महेश परमार ने की थी शिकायत।
उज्जैन।महाकाल लोक पार्किंग व्यवस्था के मामले में आज पेशी थी।लोकायुक्त ने भोपाल तलब किया था।सभी 15 लोगो को।जिनको नोटिस जारी किए थे।इन सभी को आज जवाब पेश करना था।लेकिन उज्जैन स्मार्ट सिटी कार्यालय में मामले से जुड़ी फाइल ही नही थी।वह लोकायुक्त कार्यालय में जमा है।इसलिए सभी ने यही लिखित में आवदेन दिया कि....पहले दस्तावेज दीजिए...फिर जवाब लीजिए...!
तत्कालीन निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता के कार्यकाल का मामला है।जिन्होंने ठेकेदार पुरषोत्तम बावरिया पर मेहरबानी दिखाई थी।जिसके चलते ठेकेदार को करीब 1करोड़ का आर्थिक लाभ मिला ।इसकी शिकायत कांग्रेसी विधायक महेश परमार ने लोकायुक्त भोपाल को कर दी।नतीजा..लोकायुक्त ने सबसे पहले अंशुल गुप्ता को तलब किया था।मामले की फाइल के साथ।उसके बाद से ही फाइल स्मार्ट सिटी कार्यालय में नही थी।इस बीच लोकायुक्त ने गोपनीय जांच करवा ली।जिसमे साबित हो गया कि...नियमो की अनदेखी हुई और ठेकदार को फायदा पहुंचाया गया।जिसके बाद 15 लोगो को नोटिस जारी कर दिए गए।जिसका जवाब आज व्यक्तिगत रूप से पेश होकर सभी को देना था।मगर दस्तावेज नही होने के चलते ,15 दिन का समय मांगा गया और लोकायुक्त से दस्तावेज उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया।
22 पेज ..
सूत्रों का कहना है कि भ्रष्टाचार के इस मामले में 22 पेज का नोटिस जारी किया गया था।22 पेज के नोटिस में करीब डेढ़ दर्जन पॉइंट होने के कयास लगाए जा रहे है।जवाब सभी बिंदुओं पर देना था।जिसके लिए मामले की फाइल जरूरी है।बगैर फाइल के जवाब देना संभव ही नही था।इसीलिए सभी ने एक जैसा जवाब दिया।जिसका सार यही है...दस्तावेज दीजिए..जवाब लीजिए...!