ना कोई माला...ना कोई बुके....बस...हाथ जोड़ो
हेलीपेड पर ऐसा होगा....
उज्जैन। स्थानीय भाजपा नेताओं के लिए यह खबर दुःखभरी हो सकती है।खासकर उनके लिए,जो यह अरमान दिल में पाल कर बैठे थे।जुगाड़ करके हेलीपेड सूची में नाम शामिल तो करवा लिया।जिसके बाद यह सपना देख रहे थे कि...देश के प्रधानमंत्री का स्वागत करने का मौका मिलेगा?इस बहाने बुके या माला देते हुए तस्वीर भी खींच ही जाएगी?लेकिन सुरक्षा और प्रोटोकाल के चलते इस पर रोक लगा दी गई है।अब कुछ चुनिंदा भाजपा नेता ही ,प्रधानमंत्री का स्वागत कर पाएंगे..?
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीर खिंचवाने की लालसा,देश का हर नागरिक रखता है।ऐसे में अगर स्थानीय भाजपा नेताओं ने यह सपना देख लिया,तो कोई बुराई नही है।लेकिन हर सपना पूरा हो,यह भी जरूरी नही है।खासकर प्रधानमंत्री के साथ मिलकर तस्वीर खिंचवाने का।यह ख्वाब तभी हकीकत में बदल सकता है।जब बाबा महाकाल की मर्जी हो?फिलहाल बाबा महाकाल की मर्जी नही है कि...कुछ चुनिंदा नेताओ को छोड़कर यह मौका सभी को मिले? तभी तो सोमवार की सुबह माला और बुके को लेकर साफ साफ निर्देश हो गए।नतीजा...सपना देखने वाले सभी नेता अंदर ही अंदर दुखी हैं।
खाली आएं.. जोड़कर जाएं....
सभी को यह पता है कि प्रधानमंत्री आज शाम उज्जैन आ रहे हैं।लोकार्पण करने के लिए।महाकाल लोक का।जिसकी तैयारियों में शासन और प्रशासन चकरघिन्नी बना हुआ हैं।दिन का चैन और रात की नींद हराम हो गई है।प्रधानमंत्री का उड़न खटोला आज शाम 5 बजे बाद उतरेगा।जिसको लेकर सभी भाजपा नेता उत्साहित थे।खासकर वो नेता,जिनको हेलीपेड पर जाने का मौका मिलेगा।इसीलिए ❤️ में यह उम्मीद और आंखो में सपना पाल लिया था।प्रधानमंत्री को माला या बुके देकर स्वागत करेंगे।ताकि एक यादगार तस्वीर कैमरे में कैद हो जाए।जिसे अपने अपने ड्राइंग रूम में लगा सके।सोशल मीडिया पर अपलोड कर सके।ताकि आने वाली पीढ़ियां याद रखेगी।लेकिन इन सभी के अरमानों पर पानी फिर गया है।सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली से आई टीम ने इस पर रोक लगा दी है।अंदरखाने की खबर है कि.....ऊपर से आदेश है कि..बुके या माला से कोई स्वागत नही करेगा।चंद विशिष्ट जनों को छोड़कर।तभी तो भाजपा नेता यह बोल रहे हैं कि....ना कोई माला..ना कोई बुके..बस.हाथ जोड़ो....