लोकायुक्त को भी गलत जानकारी भेजी ...!

मामला क्यूआर कोड से दान राशि लेने का

लोकायुक्त को भी गलत जानकारी भेजी ...!

उज्जैन। विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त कार्यालय  ने मंदिर प्रशासक को नोटिस जारी किया था। जिसमें लेखापाल सहित अन्य मंदिर कर्मचारियों के बैंक दस्तावेज मांगे थे। नोटिस में सबकुछ साफ-साफ लिखा था। क्या-क्या जानकारी भेजी जानी है। लेकिन प्रशासक कार्यालय ने नोटिस को  सही ढंग से नहीं पढ़ा। तभी तो क्यूआर कोड की जानकारी छोडकर बाकी जानकारी भेज दी गई। जिसके चलते प्रशासक कार्यालय की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है।

मंदिर के गलियारों में यह चर्चा सुनाई दे रही है। जिसमें इशारा लोकायुक्त कार्यालय को भेजी गई जानकारी की तरफ है। लोकायुक्त ने 27 मार्च 23 को नोटिस जारी करके जानकारी मांगी थी।  जिसमें क्यूआर कोड और बैंक ऑफ इंडिया से जुडे दस्तावेज मांगे थे। जिसको लेकर लोकायुक्त कार्यालय ने रिमांइडर भी जारी किया था। तब जाकर जानकारी भेजी गई। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि जानकारी में क्यूआर कोड से जुड़े दस्तावेज नहीं भेजे गये है।

पत्र लिखा ...

प्रशासक कार्यालय द्वारा भेजी गई गलत जानकारी के बाद अब लोकायुक्त भी कार्रवाई के मूड में है। अंदरखाने की खबर हैलेखापाल विपिन एरन के अकाउंट को लेकर सभी बैंकों को एक पत्र लिखा गया है। जिसमें विपिन एरन के किस-किस बैंक में कितने अकाउंट है। इसकी जानकारी एकत्रित की जा रही है। विदित रहे कि लोकायुक्त ने अपने नोटिस में स्टोर प्रभारी- स्टोर अधिकारी- स्थापना प्रभारी- आईटी प्रभारी व सत्कार अधिकारी के अकाउंट नम्बर और वेतन की जानकारी भी तलब की थी। इसके अलावा मंदिर को दान में आने वाले स्वर्ण/ रजत सहित कोठार में अभी तक  पंजीकृत किये गये दान की प्रमाणित प्रतिलिपि मांगी थी।

क्लोन की चर्चा ...

मंदिर के सूत्र इशारा कर रहे है। क्यूआर कोड का क्लोन बनाया गया था? लेकिन इसके पहले बैंक ऑफ इंडिया महाकाल शाखा में क्यूआर कोड के लिए आवेदन दिया गया। क्यूआर कोड करंट अकाउंट पर ही बनाया जाता है। बैंक ने नियमानुसार कोड बनाकर दे दिये। जिसमें मंदिर का अकाउंट नम्बर था। यहां यह लिखना जरूरी है कि ... क्यूआर कोड में मोबाइल नम्बर नजर नहीं आता है। लेकिन फिर इस क्यूआर कोड में छेडखानी की गई। तकनीकी क्रांति का दौर है। तो बैंक द्वारा दिये ये कोड का क्लोन बनाया गया। जिसमें लेखापाल विपिन एरन ने अपना फोन नम्बर 99260-70993 डाल दिया। मंदिर अकाउंट के क्यूआर कोड को यूपीआई और भीम एप्प से जोड़कर यह कारनामा किया गया। सन् 2021 का यह मामला है। जिसको लेकर तत्कालीन बैंक ऑफ इंडिया प्रबंधक प्रवीण मेहता से दूरभाष पर चर्चा की गई। तो उन्होंने बताया कि ... क्यूआर कोड में मंदिर का अकाउंट नम्बर ही रहता है।

खुलासा ...

विदित रहे कि हम चुप रहेंगे डाट-कॉम ने 5 अप्रैल को मुझको अपने बैंक की किताब दीजिए... सोने-चांदी का हिसाब दीजिए... शीर्षक से क्यूआर कोड को लेकर शुरू हुई जांच का खुलासा किया था।