बरातियों के लिए म्यूजियम को बना दिया भोजनशाला ...!

मंदिर में चर्चा ...

बरातियों के लिए म्यूजियम को बना दिया भोजनशाला ...!

उज्जैन। अगर आप अपने बरातियों (मेहमानों) को बाबा महाकाल के दर्शन करवाना चाहते है? उसके साथ ही उनको सुस्वाद भोजन करवाना चाहते है? वह भी बेहतरीन व्यवस्था के साथ? बरातियों की आवभगत में मंदिर प्रशासन भी लगा हो? तो यह संभव हो सकता है? मगर इसके लिए बस, आपका उच्च स्तर का अधिकारी होना जरूरी है? फिर वह सभी आपके बरातियों को मिलेगा? जिसकी कल्पना आम नागरिक नहीं कर सकता है? यहां तक कि ... बरातियों के लिए म्यूजियम को हटाकर भोजनशाला बना दिया जायेगा...!

 ऊपर जो कुछ भी हमारे पाठकों ने पढ़ा है। उसकी मंदिर के गलियारों में शनिवार की सुबह से दोपहर तक चर्चा थी। किसी अतिविशिष्ट अधिकारी के 70-75 बराती (मेहमान ) आ रहे है। जिनके लिए विशेष तौर पर व्यवस्था की जा रही है। यह सभी बरातीगण है। जिनके लिए प्रशासन के पास फोन आया। नतीजा मंदिर प्रबंधन को फोन गया। निर्देश मिले कि ... उच्च अधिकारी के बराती है। जो कि इंदौर से आ रहे है। इन सभी के लिए अति उत्तम व्यवस्था करनी है।

तैयारी शुरू ...

मंदिर प्रबंधन के पास फोन आते ही इसकी खबर चुप रहेंगे डॉट कॉम तक भी पहुंच गई। यह खबर मिलते ही जिज्ञासा हुई। आखिर वह कौन वीवीआईपी मेहमान है? जिनके लिए मंदिर प्रशासन ने म्यूजियम के अंदर सजावट शुरू कर दी। विदित रहे कि ... महंत विनीत गिरी जी के आश्रम से लगा हुआ यह म्यूजियम है। जाकर देखा तो वाकई वीवीआईपी बरातियों के लिए शानदार व्यवस्था की जा रही थी। लाल कालीन से लेकर शाही तरीके से भोजन करने की बैठक व्यवस्था में मंदिर कर्मचारी लगे हुए थे। (देखे तस्वीर)

दर्शन बनाम भोजन ...

मंदिर के गलियारों में यह चर्चा सुनाई दी। आमतौर पर गर्भगृह में दर्शन के लिए  1 बजे तक रसीद कटती है। जिसके चलते 2 बजे तक दर्शन होते है। यह चर्चा आम रही कि ... इन अति वीवीआईपी के लिए कोई रसीद नहीं काटी गई। कोई भी नियम बाधक नहीं बना। सभी को दर्शन का लाभ मिला। ऐसी मंदिर के गलियारों में चर्चा रही। जिसके बाद इन सभी को लजीज भोजन, शाही व्यवस्था के तहत परोसा गया दाल-चावल-आलू छोले- मैथी मटर- कचौरी- पापड़- पूडी- रोटी और मीठे में मूंग का हलवा तथा खीर थी। कोई भी अव्यवस्था ना रहे, इसके लिए विशेष तौर पर ... एसडीएम राकेश शर्मा ... खुद मौके पर मौजूद थे। अतिथियों के लिए कैसी व्यवस्था की गई थी। इसके लिए देखे वीडियों।

चुप रहे सभी ...

इन वीवीआईपी मेहमानों के लिए अति उत्तम व्यवस्था तो मंदिर प्रशासन द्वारा की गई। लेकिन किसके निर्देश पर हुई? यह मेहमान (बराती) किस आलाधिकारी के थे? इसको लेकर मंदिर के सभी सूत्रों ने चुप्पी साधे रखी। सभी ने केवल यही इशारा किया कि ... राजधानी के अति वरिष्ठ अधिकारी के मेहमान है। यह चर्चा जरूर सुनाई दी कि ... जिस अधिकारी के यह मेहमान थे। वह अधिकारी पिछले दिनों तक प्रदेश के नम्बर-1 अधिकारी बनने की दौड में शामिल थे। लेकिन नम्बर- 1 के कार्यकाल में वृद्धि हो गई। जिसके चलते यह आलाधिकारी फिलहाल प्रदेश में नम्बर-2 के पद पर है। बहरहाल ... इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शनिवार की दोपहर तक मंदिर के गलियारों में यही चर्चा रही कि ... बरातियों के लिए म्यूजियम को बना दिया भोजनशाला... !