आपदा की बैठक टली और सोमरस की दुकान पर वसूली ...!
उज्जैन। आपदा प्रबंधन की बैठक गुरूवार को बुलाई गई थी। जिसमें अधिकारियों की भीड तो हाजिर हुई। लेकिन जानकारी के नाम पर सभी खाली हाथ थे। नतीजा कलेक्टर ने शनिवार को फिर बैठक बुलाई है। इधर आबकारी विभाग ने अपनी आंखो पर पट्टी बांध ली है। तभी तो दुकान संचालक मनमानी राशि वसूल रहे है।
कलेक्टर नीरजसिंह ने गुरूवार शाम 5 बजे बैठक बुलाई थी। आपदा प्रबंधन को लेकर। जिसमें एसपी प्रदीप शर्मा, जिपं सीईओ मृणाल मीना, निगम आयुक्त आशीष पाठक, एडीएम अनुकूल जैन, उविप्रा सीईओ संदीप सोनी, एसडीएम अर्थ जैन, एलएन गर्ग आदि मौजूद थे। कलेक्टर ने जब आपदा प्रबंधन को लेकर सवाल किये। तो सभी पुरानी जानकारी के आधार पर बताने लगे। जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई।
कोई प्लान ही नहीं है ...
कलेक्टर ने सवाल किये। खतरे का निशान कहां तक है? कितने वार्ड प्रभावित होते है? किन-किन बस्तियों में पानी भर जाता है? ऐसे कई सवाल थे। इन सवालों का जवाब किसी के पास नहीं था। नतीजा कलेक्टर यह कहने पर मजबूर हो गये। तुम्हारा कोई प्लान ही नहीं है। जिसके बाद उन्होंने करीब 1 दर्जन पाइंट नोट करवाये। अब यह बैठक शनिवार को होगी।
70 के बदले 90 ...
शासन के नियम है। मदिरा का मूल्य बोतल पर अंकित अधिकतम विक्रय मूल्य (एमआरपी) से ज्यादा और न्यूनतम विक्रय मूल्य (एमएसपी) से कम नहीं लिया जा सकता है। मगर इन दिनों 70 रूपये की देशी मदिरा प्लेन का क्वार्टर 90 रूपये में बेचा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर 20 रूपये अधिकतम वसूली चल रही है। आबकारी विभाग आंखो पर पट्टी बांधकर बैठा है। इस वीडियों में ग्राहक दुकानदार से कह रहा है कि 20 रूपये ज्यादा ले रहे हो। जबकि दुकानदार कह रहा है कि भाव बढ़ गये है। (देखे वीडियों)।