360 मिनिट की मेहनत और 60 सेकेंड का सम्मान...!

18 जुलाई को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथो भूमि- सम्मान मिला

360 मिनिट की मेहनत और 60 सेकेंड का सम्मान...!

उज्जैन। कल्पना कीजिए...! किसी अति वीवीआईपी के हाथो आप सम्मानित होने जा रहे है। जिसके लिए पूरे 6 घंटे मेहनत (रिहर्सल) करनी पड़े। मगर मंच पर केवल 60 सेकेंड का ही समय मिले। तो कैसा महसूस करेंगे खुद को ? वह 60 सेकेंड, उन 360 मिनिट पर भारी रहेंगे। क्योंकि ... सम्मान देश के प्रथम नागरिक के हाथो हुआ है।  

विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल में बैठने वाले तीनों अधिकारी यही महसूस कर रहे होंगे ? आखिर उनकी 360 मिनिट की मेहनत रंग लाई। यह तीनों अधिकारी कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, अपर कलेक्टर मृणाल मीना और डिप्टी कलेक्टर कृतिका भीमावद है। जिनको 18 जुलाई को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथो भूमि- सम्मान मिला है। जिसे कलेक्टर ने ग्रहण किया था। लेकिन इस 60 सेकेंड के लिए इन तीनों अधिकारियों को 17 जुलाई के दिन अपने-अपने 360 मिनिट देना पड़े। दिल्ली के विज्ञान भवन में। जहां पर रिहर्सल हुई थी। जिसमें 1-1 सेकेंड के हिसाब से रिहर्सल की गई। तब जाकर 18 जुलाई को भूमि-सम्मान मिला। इस सम्मान को दिलाने में जिले के पटवारियों की महत्ती भूमिका रही। जिन्होंने स्वामित्व योजना के तहत दिन-रात मेहनत की थी। तब जाकर जिले को यह भूमि सम्मान मिला है। तभी तो पटवारियों में खुशी की लहर है। पटवारियों में चर्चा है कि हमारी 5 महीने की और तीनों अधिकारियों की 360 मिनिट की मेहनत का सुखद परिणाम है... यह भूमि-सम्मान।