2 बस मंगवाई ... 1 वापस लौटाई ... !
उज्जैन से गई अधिकांश बसों में यही नजारा था
उज्जैन। मिशन-2023 को लेकर भाजपा कार्यकर्ता कितना चिंतित और एक्टिव है। यह सोमवार की सुबह साबित हुआ। जब भोपाल जाने के लिए कार्यकर्ता ही नहीं मिले। जबकि 9 मंडलों में से 1 मंडल ने 2 बस बुलवाई थी। नतीजा ... 1 बस में जैसे-तैसे आये कार्यकर्ताओं को बैठाया। जबकि दूसरी बस को वापस लौटा दिया गया।
सोमवार को भोपाल में भाजपाईयों का जमावडा था। कार्यकर्ता महाकुंभ। हर जिले से कार्यकर्ता जाने थे। परिवहन व्यवस्था भी भरपूर की गई थी। इसके बाद भी अधिकतर बस खाली-खाली नजर आई। भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाकर रखी। नाम नहीं छापने की शर्त पर भाजपाईयों ने बताया। अधिकांश भाजपा कार्यकर्ताओं के मोबाइल सुबह-सुबह या तो बंद मिले या फिर उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।
कार्यकर्ता नहीं आने से दूसरी बस का बैनर निकालते भाजपाई
बैनर निकाला...
कार्तिक चौक मंडल की यह घटना है। यहां पर 2 बस मंगवाई गई थी। लेकिन कार्यकर्ता नहीं आये। नतीजा ... वापस भेजी गई बस के आगे लगा बैनर पहले निकाला गया। फिर खाली बस को रवाना किया गया। जो एक बस भोपाल के लिए रवाना हुई। वह भी खाली-खाली नजर आई। 40 से 50 सीटर बस में अधिकतम 1 दर्जन कार्यकर्ताओं को भोपाल भेजकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई। (देखे वीडियो... वापस जाती बस का)
सहारा ...
विदित रहे कि चुप रहेंगे डॉट कॉम ने अपने साप्ताहिक कॉलम में स्पष्ट लिखा था। भीड बढ़ाने के लिए महिलाओं को कुबरेश्वरधाम का लालच देकर भोपाल ले जाया जायेगा। सोमवार को ऐसा ही हुआ। इधर कार्यकर्ता घर से नहीं निकला तो कोचिंग क्लास के विध्यार्थी का सहारा लिया गया। भोपाल में भीड़ बढ़ाने के लिए। जिनके साथ महापौर मुकेश टटवाल ने तस्वीर भी खिचवाई। यह सभी कोचिंग क्लास के छात्र थे, भाजपा के कार्यकर्ता नहीं।