06 मई 2024 (हम चुप रहेंगे)
एक हुनर है चुप रहने का, एक ऐब है कह देने का !
डूबकी ... मां शिप्रा में डूबकी लगाना सौभाग्य की बात है। हर किसी को मौका नहीं मिलता है। अभी-अभी अपने विकासपुरूष और हाईनेस ने डूबकी लगाई। इस दौरान अपने वजनदार जी भी मौजूद थे। मगर उनको मां शिप्रा ने वह सौभाग्य नहीं दिया। ऐसा हम नहीं, बल्कि डूबकी लगाने के वक्त मौजूद कमलप्रेमी बोल रहे है। जबकि उनको डूबकी लगानी थी। कमलप्रेमियों की बात सच है। मगर हमको अपनी आदत के अनुसार चुप ही रहना है।
इंजेक्शन ...अभी-अभी एक डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार हुए है। दुष्कर्म के मामले में। यह सभी को पता है। लेकिन यह शायद पता नहीं होगा। गिरफ्तार डिप्टी कलेक्टर जब झाबुआ में पदस्थ थे। तब भी इनके ऊपर आरोप लगे थे। आरोप लगाने वाली इनकी धर्मपत्नी थी। जिन्होंने मारपीटी के साथ यह आरोप भी लगाया था। डिप्टी कलेक्टर ने उनको नशीला इंजेक्शन लगाया था। वर्दी को शिकायत भी हुई थी। उस वक्त पत्नी ने जिस दूसरी औरत से संबंध को लेकर शिकायत की थी। इसी दूसरी औरत ने अब दुष्कर्म का आरोप लगाकर डिप्टी कलेक्टर को जेल भिजवा दिया है। बात 100 प्रतिशत सच है। मगर हमको आदत के अनुसार चुप ही रहना है।
चालान ...
शीर्षक पढक़र अंदाजा नहीं लगाये। हम यातायात तोडऩे पर मिलने वाले चालान की बात कर रहे है। हमारा आशय रंगेहाथों पकडऩे वाले विभाग की तरफ है। जिसका चालान पेश करना मुसीबत लाता है। वर्तमान में एक अधिकारी बाबा की नगरी में पदस्थ है। मगर मामला स्वर्गीय किशोर दा की नगरी का है। जहां पर जमीन के मामले में 40 पेटी की डील हुई थी। मगर अधिकारी ने काम नहीं किया। फिर तबादला हो गया। फरियादी ने अमानत वापस मांगी। मगर उसकी गुहार नहीं सुनी। नतीजा फरियादी ने रिकार्डिंग करके शिकायत कर दी। रंगेहाथों वाले विभाग को। जिसके बाद वाइस मिलान के लिए कई दफा नोटिस जारी हुए। उसी मामले में अब चालान पेश होने की सुगबुगाहट संकुल के गलियारों में सुनाई दे रही है। मगर हमको अपनी आदत के अनुसार चुप ही रहना है।
निशाने पर ... शिवाजी भवन के गलियारों में चर्चा है। अपने स्मार्ट पंडित के निशाने की। एक उपयंत्री निशाने पर है। जिन्होंने बीओ रहते हुए खूब विकास किया। अपने साथी विकास से शिकायत करवाते और हरे रंग के साथ खुद का विकास करते रहे। अपने स्मार्ट पंडित ने पदभार संभालते ही उनकी रवानगी कर दी। अब उपयंत्री को रविवार के दिन तरणलाल की देखरेख की जिम्मेदारी दी है। यह उपयंत्री अब पूरी तरह निशाने पर है। देखना यह है कि गाज कब गिरती है। तब तक हम अपनी आदत के अनुसार चुप हो जाते है।
निर्दोष ... देवी अहिल्यानगरी में फर्जी बिल कांड की रिपोर्ट आ गई है। सभी को निर्दोष माना गया है। जिसके लिए बधाई। मगर असली जांच अभी बाकी है। हाईपॉवर कमेटी की। जिसमें अपने मि. ईवनिंग शामिल है। मि. ईवनिंग बाबा की नगरी में 7 जिलों के मुखिया रह चुके है। उनकी जांच की कार्यशैली बिलकुल अलग है। मुहावरे की भाषा में बोले तो। वह आटे को भी 3 दफा पीसते है। बेहद ईमानदार अधिकारी है। दबाव में किसी के आते नहीं है। जब उनकी जांच शुरू होगी। तब यह पक्का है। जिन्हें निर्दोष करार दिया गया है। वह 100 प्रतिशत दोषी निकलेंगे। ऐसी चर्चा राजधानी के गलियारों से लेकर होल्कर नगरी की अफसरशाही दबी जुबान से बोल रही है। नौकरशाहों की बात सच है। मगर हमको इंतजार करते हुए अपनी आदत के अनुसार चुप ही रहना है।
दिल के अरमां ... फिल्म निकाह की वह गजल पाठकों को याद होगी। दिल के अरमां आंसूओं में बह गये। प्यार में तो आंसू बहाना समझ आता है। मगर जब हरे-हरे रंग के कागज आते हुए हाथ से निकल जाए। तो यह दर्द दुगना हो जाता है। ऐसा प्रथमसेवक के करीबी बोल रहे है। मामला 150 खोखे का है। जो कि विकासपुरूष ने स्पेशल स्वीकृत किए थे। अपनी विधानसभा में डिपाजिट वर्क के लिए। प्रथमसेवक को उम्मीद थी। उनकी केबिनेट में जब मामला आयेगा। तो नियमानुसार 50 पैसा कमीशन तो मिलेगा ही। उनके करीबी निगम की बीमारी को भी यही उम्मीद थी। मगर अपने स्मार्ट पंडित ने प्रथमसेवक के अरमान आंसूओं में बहा दिए। ऐसा हम नहीं, बल्कि शिवाजी भवन वाले बोल रहे है। जिसमें हम क्या कर सकते है। बस अपनी आदत के अनुसार चुप रह सकते है।
जाम ... आम आदमी तो हर रोज ट्राफिक जाम में फंसता है। खुद को और वर्दी को कोसता है। मगर जब वर्दीधारी अधिकारी इसका शिकार होता है। तो अपना गुस्सा मातहतों पर उतारता है। अंड-संड बोलता है। जिसे हम लिख नहीं सकते हैं। पिछले सप्ताह का मामला है। चौबीस खंबा क्षेत्र का। यहां के वर्दीधारी अधिकारी जाम में फंस गये। बस फिर क्या था। जैसे-तैसे 30 मिनिट बाद पैदल चलकर थाने पहुंचे। फिर थाना प्रभारी- बीट प्रभारी और ट्रेफिक पाइंट हवलदार की जमकर लू उतारी। गुस्से में बोल गये। बीट प्रभारी नजर नहीं आये। वरना सस्पेंड कर दूंगा। बेचारे थाना प्रभारी ने आग्रह किया। लस्सी मंगाई है, पी लीजिए। मगर इंकार कर दिया। अधिकारी मीडिया को बाइट देने पहुंचे थे। उन्हीं के सामने यह सब घटना घटित हुई। फिर गुस्सा शांत हुआ। तो लस्सी पीकर गये। ऐसा वर्दीवाले बोल रहे है। मगर हमको अपनी आदत के अनुसार चुप ही रहना है।
याराना ... ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे/ तोड़ेंगे दम मगर/ तेरा साथ ना छोडेंग़े...। फिल्म शोले का यह गीत इन दिनों खूब चर्चित हो रहा है। संकुल से लेकर कंट्रोल रूम तक। तभी तो इस तस्वीर को देखकर हर कोई जय- वीरू की जोड़ी बोल रहा है। मगर कौन जय है- कौन वीरू। इसको लेकर सभी चुप है। हम भी नहीं बता सकते। इसलिए अपनी तरफ से जय-वीरू के इस याराना को शुभकामनाएं देते हुए, अपनी आदत के अनुसार चुप हो जाते है।
आमसभा ... आगामी 10 मई को एक आमसभा का आयोजन होने वाला है। पंजाप्रेमियों की आमसभा। जिसमें प्रियंका गांधी आने वाली है। सामाजिक न्याय परिसर में आमसभा होगी। ऐसा पंजाप्रेमी बोल रहे है। मगर सवाल यह है। इस आमसभा से अपने चरणलाल जी को कितना फायदा होगा। फैसला 4 जून को होगा। तब तक हम अपनी आदत के अनुसार चुप हो जाते है।
गुरूजी ... देवी अहिल्या नगरी में हुए फर्जी बिल कांड को लेकर रिपोर्ट आ गई है। सभी निर्दोष साबित हुए है। जिसके बाद एक वीडियो सामने आया है। वीडियो काफी पुराना है। मगर ताजा माहौल के हिसाब से सटीक है। हमारे पाठकगण फर्जी बिल कांड को ध्यान में रखते हुए वीडियो का आनंद ले। बाकी हमको अपनी आदत के अनुसार चुप ही रहना है।