कलेक्टर ने जांच बैठाई:मंदिर में उदासी छाई..!
अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में हुए विवाद की जांच के लिए समिति गठित हो गई हैं। जिसको लेकर 12 सितंबर को चुप रहेंगे डॉट कॉम ने लिखा था।जांच समिति बनाओ:सच का पता लगाओ...! नतीजा कलेक्टर ने 13 सितंबर को 3 सदस्यीय जांच समिति बना दी है।जो कि प्रशासक कार्यालय में हुए विवाद में गलत कौन...सही कौन..का पता लगाएगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने आखिरकार जांच समिति आदेश पर मोहर लगा ही दी।तभी तो जांच समिति का आदेश सामने आते ही मंदिर के गलियारों में यह चर्चा आम है।कलेक्टर ने जांच बैठाई...मंदिर प्रशासक कार्यालय में उदासी छाई..!कलेक्टर ने जांच समिति का मुखिया संयुक्त कलेक्टर गरिमा रावत को बनाया है।सहयोगी के रूप में अनुराधा सेकवार,सहायक संचालक पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग और मूलचंद जूनवाल,सहायक प्रशासक महाकालेश्वर मन्दिर को शामिल किया है।
गरिमा रावत
अनुराधा सेकवार
7 दिन में...
आदेश क्रमांक 6217 में यह साफ साफ लिखा है कि...नियुक्त जांच अधिकारी 7 दिवस में जांच कर,अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।इधर जांच दल की मुखिया गरिमा रावत ने बताया कि ...उनको आदेश मिल गया है।दोपहर बाद।जांच निश्चित अवधि में पूरी होगी।विदित रहे कि यह मामला 2 महिलाओं के बीच हुई बहस का है।इसीलिए जांच समिति में 2 महिला अधिकारियों को शामिल किया गया है।ताकि असली सच उजागर हो सके।
इसलिए जरूरी समिति....
प्रथम दृष्टया देखा जाए तो इस पूरे घटनाक्रम की जांच मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ को ही कर देनी थी।मगर उनका झुकाव आरोपियों के पक्ष में नजर आ रहा था।ऐसी चर्चा मंदिर के गलियारों में सुनाई दे रही थीं।क्योंकि कलेक्टर समिति के पहले जांच के लिए मंदिर प्रशासक को निर्देश दे चुके थे।जिसके चलते नोटिस जारी हुए थे।जिसमे आरोपियों ने फरियादी को ही आरोपी साबित करने की कोशिश की थी।इस कदर आरोप लगाए कि..अगर मंदिर प्रशासक कार्यालय जांच करता,तो जांच पर सवाल खड़े हो जाते..?जिससे मंदिर की बदनामी होती। इसीलिए कलेक्टर ने जांच समिति बना दी। यहां लिखना भी जरूरी है कि..चुप रहेंगे डॉट कॉम ने 12 सितंबर को यह लिखा था।जांच समिति बनाओ:सच का पता लगाओ..! नतीजा 1 दिन बाद ही कलेक्टर ने जांच समिति बना दी। यह पूरा मामला क्या था..?अगर पढ़ने की इच्छा है तो 16 अगस्त की खबर...प्रशासक के मीठे बोल...मेरे कर्मचारी कुछ भी करें...आपको बोलने का अधिकार नही है....चुप रहेंगे डॉट कॉम पर जाकर देखी जा सकती हैं।