बिंदू होंगे 7 जिन पर होगी जांच, आखिर किस पर गिरेगी गाज ...!

महाकाल मंदिर गर्भगृह में हुए आगजनी कांड को लेकर जांच शुरू...!

बिंदू होंगे 7 जिन पर होगी जांच, आखिर किस पर गिरेगी गाज ...!

उज्जैन। महाकाल मंदिर गर्भगृह में हुए आगजनी कांड को लेकर जांच शुरू हो गई है। शुरूआत में जांच के लिए लगभग 7 बिंदू चयनित किये गये है। 3 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करना है।  कलेक्टर ने 2 सदस्यीय जांच समिति बनाई है। जिसमें जिंप सीईओ व एडीएम शामिल है।

 यह सभी को पता है। महाकाल मंदिर गर्भगृह में 25 मार्च की अलसुबह आगजनी की घटना हो गई। उस वक्त जब आरती चल रही थी। इस घटना ने शासन/ प्रशासन को सकते में ला दिया। तभी तो खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अल्पसमय के लिए उज्जैन आये थे। इसके पहले उन्होंने इंदौर में भर्ती घायलों से मुलाकात की। फिर उज्जैन आकर घायलों से बातचीत करने के बाद तत्काल आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी। इसके बाद मंदिर गये और बाबा के दरबार में मत्था टेका। पुजारियों से चर्चा की। फिर भोपाल रवाना हो गये। इधर कलेक्टर नीरजसिंह ने मजिस्ट्रियल जांच बैठा दी। जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना (आईएएस) व एडीएम अनुकूल जैन को 3 दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। विदित रहे कि इस आगजनी में 14 पुजारी झुलस गये। जिसमें से 8 का उपचार इंदौर में चल रहा है। बाकी उज्जैन जिला अस्पताल में भर्ती है। 

यह होंगे बिंदू ...

मंदिर के गलियारों में कयास लगाये जा रहे है। जांच में 7 बिंदू होंगे।  1. घटना क्यों हुई। 2. सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे या नहीं। 3. क्या इस घटना को रोका जा सकता था। 4. घटना का जिम्मेदार कौन है। 5. मंदिर में प्रचलित व्यवस्थाएं पर्याप्त है। 6. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाये जा सकते है। इसके अलावा एक अन्य बिंदू भी शामिल है। मगर इसके बारे में कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है।