5 पार्षदों पर भारी, 1 भवन अधिकारी ...!
ऐसा भी होता है ...
उज्जैन। प्रदेश में सत्ता भाजपा की है। नगर निगम पर कब्जा भाजपा का है। महापौर भी भाजपा के है। तो क्या यह संभव है? एक महिला अधिकारी को हटाने के लिए 5 पार्षद दबाव बनाये। लेकिन फिर भी उस अधिकारी का बाल- बांका ना कर पाये। शायद चुप रहेंगे डॉट-कॉम के पाठकों को भरोसा नहीं होगा। हमारी इस बात पर। लेकिन यह घटना पूरी सोलह-आने सच है।
मामला झोन क्र.- 4 से जुड़ा है। जहां पर सुश्री साधना चौधरी भवन निरीक्षक एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत है। इनके व्यवहार और आचरण को लेकर 5 पार्षदों ने लिखित में शिकायत की है। अधिकारी सुश्री चौधरी के कर्तव्य व्यवहार और बातचीत का लहजा संतोषजनक नहीं है। यह शिकायत करीब 3 महीने पहले की गई थी। लेकिन ... भवन अधिकारी का तो कुछ नहीं बिगड़ा... उल्टे पांचों पार्षदों को चुप बैठना पड़ गया।
इन्होंने की शिकायत ...
नगर निगम के भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि ... करीब 3 महीने पहले सितम्बर माह में शिकायत हुई थी। उस वक्त निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता थे। पार्षद कैलाश प्रजापत (वार्ड 46) सुरेन्द्र मेहर (वार्ड 37) श्रीमती अंजली बालकृष्ण पटेल (वार्ड 42) श्रीमती नीलम राजा कालरा (वार्ड 44) और श्रीमती नमिता विकास मालवीय (वार्ड 50) ने संयुक्त रूप से लिखित में शिकायत की थी। सभी पार्षदों ने एक स्वर में ... भवन एवं स्वास्थ्य अधिकारी को हटाने की मांग की थी।
चुप है महापौर ...
हमने ऊपर लिखा ही है। प्रदेश में सत्ता भाजपा की है। नगर निगम में बोर्ड भाजपा का है। महापौर मुकेश टटवाल भाजपा के है। इसीलिए इन सभी पार्षदों ने शिकायत की एक प्रतिलिपि महापौर को भी दी थी। मगर खबर लिखे जाने तक तो पांचों भाजपाई पार्षदों पर भवन अधिकारी भारी थी। उनको कोई नहीं हटा पाया। अंदरखाने की खबर है कि ... इस मामले को लेकर ... घोड़ा... ऊंट... पर बैठने वाले ... और पेंटिग करने वाले महापौर ने आज तक चुप्पी साधे रखी है। तभी तो शिवाजी भवन के गलियारों में यह चर्चा आम है कि ... 5 पार्षदों पर भारी... 1 भवन अधिकारी ... !
आज मुख्यमंत्री आयेंगे ...
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आज उज्जैन आ रहे है। वह करीब 4 बजे उज्जैन आयेंगे। शाम 6 बजे के पहले मुख्यमंत्री उडन खटोले से इंदौर के लिए रवाना हो जायेंगे। 4 से 6 के बीच वह स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे।