राखी का कर्ज चुकाया: भाई 'मुख्यमंत्री' बनकर आया ...!
उज्जैन। खबर की हेडिंग पाठकों को किसी फिल्मी डायलॉग जैसी लगेगी? जैसा 80-90 दशक की फिल्मों में होता था। हीरो... मां-बाप-बहन की कसम खाकर गांव या शहर छोड़ता था। फिर अंत में कामयाब होकर लौटता था। लेकिन यह कोई फिल्मी कहानी नहीं है। बल्कि सच्ची कहानी है। मुख्यमंत्री की बड़ी बहन का बर्षो से यही सपना था। जो कि आज पूरा हुआ। जब बड़ी बहन ने हेलीपेड पर अपने छोटे भाई का तिलक लगाकर स्वागत किया। आखिर ... छोटा भाई मुख्यमंत्री बनकर जो आया।
नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज जब हेलीपेड पर उतरे। तो उनकी बड़ी बहन कलावती यादव, पूजन थाली लेकर खड़ी थी। उनके चेहरे पर जो खुशी थी। उसको शब्दों में बयां करना असंभव है। पार्षद से लेकर निगम सभापति तक का सफर तय करने वाली कलावती यादव का आज बर्षो पुराना सपना जो पूरा हुआ। उनका लाडला- राजदुलारा ... आज प्रदेश का मुख्यमंत्री बनकर लौटा। तभी तो उन्होंने अपने छोटे भाई का तिलक लगाकर स्वागत किया। इतना ही नहीं, छोटे भाई को प्यार और दुलार से पीठ पर आशीर्वाद भी दिया। बड़ी बहन आखिर यही सपना तो हर रक्षाबंधन पर देखती थी। उनका छोटा भाई एक दिन प्रदेश के सर्वोच्च पद पर जरूर पहुंचेगा। डॉ. यादव भी अपनी बहन के इस सपने को समझ गये थे। इसीलिए उन्होंने सपने को पूरा करने के लिए लगातार कोशिश जारी रखी। उनकी यह मेहनत रंग लाई। नतीजा... आज हेलीपेड पर भाजपा नेताओं में चर्चा थी। राखी का कर्ज चुकाया... भाई मुख्यमंत्री बनकर आया।
महाकाल के मोहन ...
मुख्यमंत्री बनने के बाद दूसरी दफा उज्जैन पधारे डॉ. मोहन यादव, शनिवार की शाम को अपना दिल खोलकर प्यार और दुलार दिया। महाकाल के मोहन ... का नारा हर जगह गूंजा। सोशल मीडिया पर भी महाकाल के मोहन ही जमकर वायरल हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को समीक्षा बैठक लेंगे। जिसको लेकर प्रशासन की पूरी तैयारियां हो गई है।