हाथ कटा है, दिखता नहीं और चल नहीं सकता: कर्मचारियों ने भोजन लूटा ...!   

हाथ कटा है, दिखता नहीं और चल नहीं सकता: कर्मचारियों ने भोजन लूटा ...!   

उज्जैन। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रशिक्षण चल रहा है। विश्वविद्यालय के विवेकानंद सेंटर पर। जहां पर आज पहली दफा दिव्यांग बंधु भी नजर आये। करीब 50 दिव्यांगों को बुलाया था। जिसमें से किसी का हाथ कटा था, किसी को दिखता नहीं था और कोई चल भी नहीं सकता था। इन सभी ने प्रशिक्षण लिया। लेकिन सभी ने चुनावी ड्यूटी निभाने में असमर्थता जताई। इधर इंजीनियरिंग कॉलेज में मशीन वितरण में लगे कर्मचारियों ने भूख के चलते भोजन पैकेट लूट लिये... !

पहली दफा ऐसा देखने और सुनने को मिल रहा है। दिव्यांगों को चुनावी प्रशिक्षण के लिए तलब किया गया है। जिसके पीछे चुनाव आयोग के निर्देश है। हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 1 बूथ पर दिव्यांगों को लगाया जाये। ऐसा डीईओ आनंद शर्मा का कहना है। गुरूवार को वह अपर कलेक्टर प्रीति यादव के साथ प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचे थे। जब उन्होंने यह जानकारी दी।

नहीं दिखता ...

प्रशिक्षण खत्म होने के बाद जसवंत राठौर (खाचरौद ) व मनोज परमार (उज्जैन) से मुलाकात हुई। दोनों को ही बिलकुल नहीं दिखता है। इसके बाद भी दोनों ने चुनावी प्रशिक्षण लिया। इन दोनों ने ... चुप रहेंगे डॉट काम के माध्यम से गुहार लगाई है। हमको बिलकुल नहीं दिखता है। इसलिए चुनावी ड्यूटी से मुक्त करे।

30 साल बाद मिले ...

चुनावी प्रशिक्षण ने 30 साल पुराने दोस्तों को मिला दिया। महिदपुर में पदस्थ मो. इस्माईल नागौरी (हाथ-पैर से दिव्यांग) व भैरूलाल डाबी तराना (इनका एक हाथ कटा है) को। दोनों ने शिक्षक बनने के लिए बीटीआई का पाठ्यक्रम साथ-साथ किया था। यह दोनों मित्र आज 30 साल बाद मिले। दोनों का ऑफ द रिकार्ड यही कहना था कि ... वह चुनावी ड्यूटी करने में असमर्थ है।

टूट पड़े ...

आयोग के निर्देश पर बैलेट यूनिट (बीयू) कंट्रोल यूनिट (सीयू) व वीवीपेट का वितरण आज किया गया। जिसके लिए इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे स्थित वेयर हाऊस में जमावडा था। हर विधानसभा क्षेत्र के आरओ-एआरओ-तहसीलदार-नायब तहसीलदार- कोटवार व चपरासी को बुलाया गया था। अच्छी-खासी संख्या थी। सुबह साढ़े 9 बजे सभी हाजिर हो गये थे। लेकिन इनको भोजन के पैकेट समय पर नहीं मिले। तभी तो दोपहर 4 बजे जब गाडी पहुंची तो कर्मचारी भोजन के लिए टूट पड़े। सभी ने वाहन को घेर लिया। कई कर्मचारियों को उस वक्त भी भोजन नहीं मिला। अधिकारी तो मौका देखकर बाहर पेटपूजा करके आ गये। दूसरी बार जब वाहन पहुंचा तो यही हालात थे। कोटवारों को तो भोजन के पैकेट शाम 5 बजे मिले। भोजन अव्यवस्था के दौरान ही उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेन्द्र सिंह कवचे इसके बाद यहां पहुंचे थे। 

अव्यवस्था ...

बीयू-सीयू व वीवीपेट वितरण को लेकर यह चर्चा आज आम थी। वेयर हाऊस परअव्यवस्था का आलम था। बीयू के वितरण में ही सुबह 10 बजे से रात के 8 बज गये। इसके बाद सीयू (कंट्रोल यूनिट )का वितरण शुरू हुआ। वहां मौजूद अधिकारियों का कहना था कि ... इसके बाद वीवीपेट का वितरण होगा। आरओ और एआरओ में इस अव्यवस्था को लेकर अंदर ही अंदर नाराजगी के स्वर सुनाई दिये।