अभ्यर्थी के फार्म से प्रस्तावक का कालम ' गायब ' ...!
उज्जैन। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नाम- निर्देशन दाखिल प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अभ्यर्थियों को आवेदन लेकर नामांकन दाखिल करना है। लेकिन पहले ही दिन एक गलती पकड में आ गई। गलती एक दिन पहले नियुक्त किये गये रिटर्निंग अफसर ने पकडी। जिसके बाद आसपास के जिलो सहित राजधानी तक फोन लगाये गये।
दक्षिण विधानसभा क्र. 217 का यह मामला है। जहां का रिटर्निंग अधिकारी (आरओ) आशीष पाठक को बनाया गया है। एक दिन पहले ही शुक्रवार की शाम को अचानक आदेश हुए थे। जिसके अगले दिन शनिवार से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन उन्होंने प्रारूप 26 और 2 ख में यह गलती पकडी। जिसके बाद दक्षिण विधानसभा कार्यालय में हड़कंप मच गया।
प्रस्तावक गायब ...
बगैर प्रशिक्षण के आरओ नियुक्त किये गये आशीष पाठक अब चुनावी किताबे- निर्देश पढऩे में व्यस्त है। तभी उन्होंने अभ्यर्थी आवेदन देखा। जिसमें अभ्यर्थी का तो पूरा विवरण दर्ज करने का उल्लेख था। किन्तु ... उसके प्रस्तावकों का नाम दर्ज करने का कोई भी कॉलम नहीं था। बस फिर क्या था। खोजबीन शुरू हो गई। उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेन्द्रसिंह कवचे से मार्गदर्शन मांगा। कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं मिला। फिर आसपास के जिलो में फोन लगाये गये। एआरओ धीरेन्द्र पाराशर और तहसीलदार अर्चना गुप्ता ने। कई जिलो में बात हुई। खुद आरओ ने भी बातचीत की। उसके बाद स्थिति क्लीयर हुई। तब कहीं जाकर नये फार्मेट को डाउनलोड करके अभ्यर्थी आवेदन तैयार किया गया।
गुजारिश- गुहार ...
जिला प्रशासन से गुजारिश है। वह विक्रम वाटिका के पहले कोई बैनर या होर्डिंग लगा दे। जिस पर यह लिखा हो। कोठी से देवास रोड जाने वाला रास्ता बंद है। जिसको जाना है, वह विक्रम वाटिका वाली सड़क से होकर जाये। ताकि आमजनता को परेशान ना होना पड़े। शनिवार को कई लोग परेशान हुए। क्योंकि नामांकन प्रक्रिया के चलते संकुल के आसपास 100 मीटर के दायरे में बेरिकेड्स लगा दिये गये है।