पटवारी रिपोर्ट आने से पहले ही नामांतरण खारिज ... !

पटवारी रिपोर्ट आने से पहले ही नामांतरण खारिज ... !

उज्जैन। ऐसा कभी देखा या सुना नहीं। पटवारी की रिपोर्ट आने से पहले ही नामांतरण खारिज कर दिया जाये। मगर ऐसा भी होता है। मामला पिछले साल का है। महिदपुर तहसील का। जिसमें तत्कालीन एसडीएम ने यही किया। पटवारी रिपोर्ट आने से पहले ही नामांतरण खारिज का आदेश कर दिया। ताज्जुब की बात यह है। अपने आदेश को सही साबित करने के लिए पटवारी रिपोर्ट में काटा-पीटी करके तारीख बदली गई। 

मामला महिदपुर तहसील के ग्राम डेलचीबुर्जुग का है। 17 जुलाई 2022 को इस नामांतरण को लेकर अपील हुई थी। आवेदक भैरूलाल पिता कालू जी द्वारा। जिसमें आवेदक ने उल्लेखित किया था। वारिसों की जानकारी छुपाकर नामांतरण करवा लिया गया है। 0.81 हे. भूमि का। जिस पर सुनवाई होती रही। 11 महीने तक सुनवाई होती रही। आखिरकार 28 जून 2023 को तत्कालीन एसडीएम एसएन सोनी ने आदेश पारित किया। पुराने नामांतरण को खारिज किया जाता है। यही से पूरा मामला संदिग्ध हुआ। क्योंकि जो कागजात हम चुप रहेंगे डॉटकॉम को मिले है। उससे यही साबित हो रहा है। पटवारी रिपोर्ट आने से पहले ही नामांतरण खारिज कर दिया गया ... !

तारीख बदली ... 

विदित रहे कि एसएन सोनी वर्तमान में नागदा एसडीएम है। इसके पहले महिदपुर एसडीएम थे। उन्हीं ने यह फैसला किया था। जिसमें पटवारी ने अपनी रिपोर्ट बनाकर 29 जून 2023 को दी थी। इस रिपोर्ट में काट-पीट करके तारीख को 27 जून दिखाया गया है। (देखे फोटो गोल घेरे में तारीख) पटवारी ने इस मामले में 30 जून 23 को पंचनामा बनाकर एसडीएम कार्यालय में पेश किया था। 

नहीं बता सकता ... 

इस मामले को लेकर एसडीएम नागदा एसएन सोनी से दूरभाष पर चर्चा की गई। उनसे पूछा गया। नामांतरण को लेकर। लेकिन जैसे ही उनको 28 जून 2023 तारीख बताई गई। तो उनका कहना था। इतनी पुरानी बात नहीं बता सकता हूं।