दुकानदारों को भी बना दिया मनरेगा का मजदूर ...!

ग्राम पंचायत की तिकड़ी का कारनामा

दुकानदारों को भी बना दिया मनरेगा का मजदूर ...!

   वह स्थान जहां पर अवैध उत्खन्न हुआ  

उज्जैन।  निनौरा ग्राम पंचायत में हुए अवैध उत्खन्न में नया खुलासा हुआ है। गांव के किराना व्यापारी- टेंटहाऊस संचालक- वाहन चालक और हेयर सैलून संचालक को भी मजदूर बना दिया गया। इतना ही नहीं ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक ने अपने पिता को भी मजदूर दर्शा दिया ताज्जुब की बात यह है कि ... इनमें से किसी ने भी खुदाई के लिए मजदूरी नहीं की। लेकिन इनके खातो में राशि डल गई है। कुल 400 मजदूरों का मस्टर दिखाकर, 78 हजार रूपये का भुगतान दिखाया गया है।

संदीप जोशी- राजेशसिंह दोनों किराना व्यापारी, सद्दाम टेंट हाऊस संचालक, जितेन्द्र सेन हेयर सैलून संचालक, व कय्यूम शाह लोडिंग आयशर वाहन के मालिक। यह सभी ग्राम पंचायत निनौरा के निवासी है। जिनको मनरेगा के तहत मजदूर बताया गया है। ग्राम पंचायत सरपंच पूजा पति गोपाल जायसवाल, सचिव शेर अली व रोजगार सहायक गोविंद पोरवाल द्वारा। इनके बैंक खातो में 1224 रूपये की राशि भी डाली गई है। लेकिन इनमें से किसी ने भी उस जगह जाकर खुदाई नहीं की, जिसके बदले में इनको मजदूर बताकर राशि दी गई है।

कोई काम नहीं किया ...

चुप रहेंगे डॉट-कॉम ने इन सभी से दूरभाष पर संपर्क किया। किराना व्यापारी संदीप जोशी ने साफ इंकार कर दिया। उनको तो यह भी पता नहीं था कि ... उनके स्टैट बैंक ऑफ इंडिया के खाते में राशि भी डाली गई है। टेंट हाऊस संचालक सद्दाम ने हमारा फोन रिकार्ड किया। फिर बताया कि ... 3-4 दिन काम किया। मजदूरी 2 और 3 हजार रूपये मिली। जबकि उनके बैंक ऑफ इंडिया अकाउंट में केवल 1224 रूपये ही डाले गये है। तो उनको मजदूरी 3 हजार रूपये कैसे मिल गई। उनकी बाते साबित कर रही है कि ... मामला गड़बड़ है। आयशर वाहन मालिक कय्यूम शाह ने बताया कि ... उन्होंने केवल स्कूल में काम किया। झाडू लगाई थी। खुदाई का काम नहीं किया। राजेशसिंह किराना व्यापारी ने पहले फोन नहीं उठाया। फिर उनका फोन आया। उनका कहना था कि वह खेती के दौरान केवल टै्क्टर चलाते है। इनको भी मजदूर बताकर 1428 रूपये बैंक ऑफ बडौदा अकाउंट में डाले गये है। जबकि हेयर सैलून संचालक जितेन्द्र सेन का कहना था कि ... वह हमेशा दुकान ही चलाते है। कभी-कभार ही मजदूरी करते है।

पिता को भी ...

जनपद पंचायत कार्यालय उज्जैन से मिले सबूत साबित कर रहे है। ग्राम पंचायत निनौरा के रोजगार सहायक गोविंद पोरवाल का कारनामा। जिन्होंने अपने पिता बद्रीलाल पोरवाल को मनरेगा का मजदूर दर्शा दिया। 30 नवम्बर से 6 मार्च 23 तक मजदूरी करना बताया है। कुल मानव दिवस 30 बताये है। जिसके लिए कुल मजदूरी 6354 दर्शाई गई है। जब बद्रीलाल पोरवाल को फोन लगाया गया। तो उन्होंने फोन काट दिया।

कार्रवाई करो ...

इधर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम मनरेगा की आड़ में हुए इस खेल को समझ गये है। तभी तो सोमवार को उन्होंने टीएल बैठक में कड़ा रूख दिखाया। जनपद सीईओ हेमलता मंडलोई को फटकार लगाई। सरकारी जमीन पर यह अवैध उत्खन्न हुआ है। जो कि तहसीलदार पूनम तोमर की जांच से साबित हो चुका है। एसडीएम राकेश शर्मा जनपद सीईओ को नोटिस जारी कर चुके है। जिसका जवाब संभवत: आज बुधवार को जनपद सीईओ द्वारा पेश किया जायेगा। ऐसा सीईओ ने दूरभाष पर बताया। टीएल बैठक में कलेक्टर ने खनिज निरीक्षक संजय अग्रवाल की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया। उन्होंने साफ-साफ लफ्जों में कहाअगर इनकी संलिप्तता जांच में पाई गई तो इन पर भी कार्रवाई होगी। लेकिन लाख टके का सवाल यह है कि ... खनिज निरीक्षक की जांच कौन कर रहा है? अभी सरपंच- सचिव व रोजगार सहायक के अलावा किसी की भी जांच नहीं हो रही है।

मिट्टी कहा गई ...

टीएल में मिले निर्देश पर जनपद सीईओ ने भी एक नोटिस जारी किया है। सरपंच पूजा गोपाल जायसवाल, सचिव शेर अली को। जिसमें 2 सवालों का जवाब मांगा गया है। पहला... संक्रीन पोंड तालाब की खुदाई करते वक्त तकनीकी मापदंडो का पालन नहीं करते हुए, अधिक खुदाई की गई। दूसरा ... उत्खन्न से निकली मिट्टी का उपयोग कहां किया गया। इस नोटिस का जवाब 3 दिन में देना जरूरी है। वरना, एकपक्षीय कार्रवाई होगी।

विदित रहे कि ... चुप रहेंगे डॉट-कॉम ने 25 अप्रैल को इस अवैध उत्खन्न का खुलासा किया था। जिसके बाद कलेक्टर ने अगले दिन ही संजय अग्रवाल, खनिज अधिकारी से प्रभार छीन लिया था। इसी दिन तहसीलदार ने जांच की। जांच में अवैध उत्खन्न पर सरकारी ठप्पा लग गया था। जिसके बाद मिट्टी कहां गायब हुई। इसका खुलासा भी 3 वीडियो के माध्यम से किया गया था। क्योंकि सरपंच पति व रोजगार सहायक ने झूठ बोला था। मिट्टी का उपयोग ग्राम हित में किया गया है। लेकिन गांव में चर्चा है कि ... मिट्टी को टोल टैक्स नाके समीप स्थित गड्ढे के भराव के लिए लाखों रूपये में बेचा गया है।